बदलते लाइफस्टाइल के साथ–साथ लोगों के खानपान में भी काफी बदलाव आया है। वैसे तो भारत की किचन में कई तरह के फूड्स हैं, जो स्वादिष्ट होने के साथ बेहद पौष्टिक भी होते हैं। लेकिन जब भी सुपरफूड्स, यानी कि जिनमें बहुत अधिक मात्रा में विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं, की बात होती है, तो लोग विदेशी सुपरफूड्स को ज़्यादा तव्ज्जो देते है। लोग ये जानने की कोशिश ही नहीं करते कि विदेशी फूड्स के मुकाबले देसी फूड सस्ते होने के साथ स्वस्थवर्धक भी है।
जानिए कुछ ऐसे सुपरफूड्स के बारे में, जो हम सब की रसोई में आसानी से मिल जाते हैं-
तुलसी बीज (सब्जा) या चिया बीज
भारतीय तुलसी के बीज या सब्ज़ा स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, जो दक्षिण मैक्सिकन चिया के बीज जैसा सुपर फूड है। चिया और तुलसी के बीज दोनों ही पुदीने की श्रेणी के फूड है। तुलसी के बीज से विटामिन और आयरन मिलता है, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
सब्जा बीज जहां देखने में काले रंग के होते हैं वहीं चिया बीज भूरे, सफ़ेद और काले भी हो सकते हैं। दोनों बीज आकार में तो एक जैसी ही होते हैं, लेकिन सब्जा बीज भिगोने के बाद जल्दी से पानी सोख लेते हैं और इनका आकार भी भिगोये हुए चिया बीज की तुलना में बड़ा होता है।
नारियल तेल या जैतून का तेल
आजकल ज़्यादातर लोगों की किचन में जैतून का तेल मिलना बड़ी आम बात हो गई है क्योंकि इसके कई फायदे गिनाए जाते हैं। लेकिन आप चाहे तो इसकी बजाय लोकल तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे उत्तर भारत में सरसों का तेल तो दक्षिण में नारियल के तेल का इस्तेमाल होता है। अपने क्षेत्र के तापमान और रहनसहन के अनुसार तेल का इस्तेमाल शरीर के लिए ज़्यादा फायदेमंद रहता है।
अगर आप चाहे तो जैतून के तेल की बजाय नारियल का तेल रोज़मर्रा में इस्तेमाल कर सकते हैं। ये इंफेक्शन को दूर रखता है, वहीं वर्जिन कोकोनट ऑयल बुरे कोलेस्ट्रोल को अच्छे कोलेस्ट्रोल में बदल देता है। इसके अलावा सरसों के तेल में मिनरल्स पाए जाते हैं। मूंगफली के तेल में विटामिन ई मिलता है और इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है।
आंवला या अमेजन असाई बेरी
अगर आप आंवले के फायदे जानेंगे, तो अमेजन की असाई बेरी (Acai Berry) भी इसके सामने फेल हो जाएगी। असाई बेरी में हड्डियों को मज़बूत करने और वज़न घटाने जैसी खूबियां होती हैं और आंवला भी यही फायदा देता है। इसके अलावा आंवला हमारी इम्युनिटी सिस्टम को मज़बूत बनाता है, इसमें 20 गुना अधिक विटामिन सी होता है और इसमें असाई बेरी से दोगुने एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं।
जामुन या चीनी गोजी बेरी
चीन में पाई जाने वाली गोजी बेरी और जामुन दोनों ही डायबिटीज के लोगों के लिए फायदेमंद होते हैं। भारतीय जामुन चीन की गोजी बेरी से काफी सस्ता भी होता है। इससे थकान दूर होती है, गले का दर्द सही होता है, ब्लड शुगर कंट्रोल होता है और साथ ही इम्युनिटी सिस्टम मज़बूत होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और विटामिन सी पाया जाता है। यह लगभग हमारे शरीर के लिये रामबाण की तरह काम करता है।
ओट्स या कुट्टू
उपवास के मौकों पर खाया जाने वाले कुट्टू में ओट्स के मुकाबले काफी अधिक मात्रा में मैग्नीशियम और पोटैशियम पाया जाता है। कुट्टू प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है और इसमें सभी 8 एमीनो एसिड पाए जाते हैं, साथ ही यह खून के प्रवाह को भी सही करता है।
चुकंदर के पत्ते या केल
चुकंदर के जिन पत्तों को आप बेकार समझकर फेंक देते हैं, उनके भी कई फायदे है। यह हरे पत्ते विदेशी केल (kale) को भी फेल करता है। भारत के शहरी इलाकों में विदेश से आए केल को विटामिन-ए और विटामिन-के का मुख्य स्रोत माना जाता है। चुकंदर में सबसे ज़्यादा आयरन पाया जाता है, जो कि शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है। चुकंदर को एक बेहतर रक्त शोधक भी माना जाता है। साथ ही यह संक्रमण से लड़ने के दौरान शरीर में श्वेत रुधिक कणिकाओं के बनने में भी मदद करता है।
तो भारतीय फूड के इतने फायदों को जानने के बाद आप निश्चित ही इसे अपने अपनाना चाहेंगे।
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