देश के लिए अपने वोट देने के अधिकार का इस्तेमाल करना और अपने प्रतिनिधि को चुनना भी एक जुनून है। अगर देश के हर नागरिक में ऐसा जुनून हो, तो भारत के लोकतंत्र को मज़बूत होने से कोई भी नहीं रोक सकता।
अस्पताल से पहुंची पोलिंग बूथ
वोट देकर देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाने का ऐसा ही जुनून हरियाणा की एक महिला के अंदर दिखाई दिया। दरअसल, हरियाणा के कैथल में मनीषा ने करीब 12 बजे एक बच्चे को जन्म दिया और उसके एक घंटे बाद नवजात के साथ ही वोट देने निकल पड़ी। मनीषा के इससे जज़्बे की लोगों ने जमकर तारीफ की।
मनीषा और बच्चे की सेहत का ध्यान रखते हुये डॉक्टर्स ने पोलिंग बूथ तक अस्पताल की गाड़ी प्रोवाइड की।
वोट की ज़िद
मनीषा एक गृहिणी है और उनके पति पवन कुमार साइकिल पर कपड़े बेचते हैं। दोनों पति- पत्नी ने डिलीवरी से पहले ही यह फैसला कर लिया था कि डिलीवरी होने के बाद मनीषा वोट ज़रूर देने जायेगी। हालांकि कैथल में मौसम काफी गरम और उमसभरा था और अस्पताल से मतदान केंद्र भी करीब 1.25 किमी की दूरी पर था। लेकिन मनीषा ने इन सब की परवाह नहीं की और उन्होंने लोकतंत्र के लिए अपना वोट डाला।
वोट के लिये डॉक्टर ने दी छुट्टी
डिलीवरी के बाद मां और बच्चा दोनों स्वस्थ थे, इसलिये मनीषा के वोट देने की इच्छा बताने के बाद डॉक्टर ने एक नर्स के साथ जाने और वोट डालने की अनुमति दी। पूरा अस्पताल स्टाफ उसके फैसले को जानकर खुश था। उसके वोट डालने के एक कदम से कई और लोगों वोट देने की प्रेरणा मिली।
अगर यही जनून देश के हर नागरिक में हो, तो इसमें दो राय नहीं कि भारत में मज़बूत सरकार बनेगी।
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