जिसके नाम की शुरुआत ही शुभ से हो, उसके जीवन में अशुभ कैसा? एक ऐसी लड़की, जिसके बुलंद हौसलों ने दुनिया को अपने आगे सलाम करने पर मजबूर कर दिया। ‘शुभरीत’ कौर, एक पैर पर डांस करके उसने अपनी प्रतिभा व कौशल से सभी को हैरान कर दिया। इससे पहले भी ThinkRight.me हिन्दी ने इस तरह की कई प्रेरणादायक कहानियां आपको बताई है।
वो मुश्किल भरे दिन
साल 2009 तक शुभरीत भी आम लड़कियों की तरह ही ज़िंदगी जी रही थी लेकिन साल 2009 में एक एक्सीडेंट ने उसकी जीवन को पूरी तरह से बदल दिया। डॉक्टरों की गलती के कारण उनकी सेंसेशन नस डैमेज हो गई। इस वजह से शुभरीत ने अपना एक पैर खो दिया। एक समय ऐसा भी आया, जब वह एक साल तक बेड पर पड़ी रही। लोगों को चलते – दौड़ते देखती, तो शुरूआत में तो निराश हुई लेकिन हिम्मत कर उसने अपने एक पैर पर खड़ा होना सीखा। बस फिर क्या था, धीरे-धीरे शुभरीत ने बैसाखी के सहारे चलना शुरु किया।
उन मुश्किल दिनों में कभी – कभार दर्द से करहाती, तो कभी खून भी निकल आता लेकिन उसने अपना साहस नहीं छोड़ा और अपने डांस के पैशन को बरकरार रखा। हालांकि शुरूआत में जब वह घंटों प्रेक्टिस करती, तो लगता कि प्रॉब्लम होगी। पर कहते है न कि जहां दुआं और विश्वास होता है, वहां मुश्किलें ज़्यादा देर तक नहीं रहती।
मेरी मां ‘मेरी प्रेरणा’ है
शुभरीत के लिये उनकी मां एक रोल मॉडल हैं। 2009 में जब एक्सिडेंट हुआ और अपना एक पैर खो दिया, तब मां ने हाथ थामकर मेरा हौसला बढ़ाया। उनका कहना है कि जीवन सुंदर है और इसे खुलकर जियो। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते है लेकिन उन चुनौतियों का सामना कर आगे बढ़ने में ही समझदारी हैं। यही प्रेरणा, प्यार और चुनौती हमेशा उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।
खुद कर बुलंद इतना…
“खुदी को कर बुलंद इतना के, हर तकदीर से पहले खुदा बन्दे से खुद पूछे कि बता तेरी रज़ा क्या है।“
जी हां, शुभरीत ने भी इसी फलसफे को इसे अपने जीवन में इस तरह अपनाया है। वह न सिर्फ अपने एक पैर से नाचती है, बल्कि सभी काम आम लोगों की तरह करती है। आज शुभरीत के सामने बड़े–बड़े डांसरों भी हैरान हो जाते है। शुभरीत के डांस और उसके हौसलें की कहानी सुनकर सब कायल हो जाते है।
इमेज: डेली मेल
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