जीवन कई चुनौतियों और अवसरों से भरा है लेकिन यह अवसर उन्हीं लोगों के लिए है, जो असल में अवसरों को पहचान करके और चुनौतियों का सामना करके सफल होना चाहते हैं। सफल वही होता है जो कड़ी मेहनत के साथ-साथ और भी कई चीज़ों को अपनाकर उस पर काम करनी की इच्छा रखता है।
सफल लोगों से लें प्रेरणा
जो लोग सफल होते हैं, उन्होंने भी अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव को पार करके सफलता की सीढ़ी तक पहुंचे है। अगर सफल लोगों के साथ रह नहीं सकते तो कम से कम उनसे प्रेरणा लेकर खुद का हौसला बढ़ा ही सकते हैं। उनके लक्ष्य कदमों को अपनाएं और कोशिश करें।
समय का समझदारी से उपयोग करना
समय बड़ा मूल्यवान है। यही वह कसौटी है, जिस पर व्यक्ति के जीवन को परखने से उसकी सफलता और विफलता की परीक्षा होती है। इसलिए समय का सदुपयोग करना हर समझदार व्यक्ति का कर्तव्य है। सुबह उठने से लेकर घूमने जाने, काम करने, सीखने आदि का एक समय तय करें। व्यक्ति को अपने आसपास का वातावरण ऐसा रखना चाहिए कि उसका समय किसी के कारण बर्बाद न हो। समय बर्बाद करने वाले दोस्त से दूर की नमस्ते करनी चाहिए। एक बार अगर समय हाथ से निकल जाए तो फिर दोबारा वापस नहीं आता है इसलिए व्यक्ति को लक्ष्य को पाने के लिए समय का सदुपयोग करते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए।
अपने लक्ष्य को पहचाने और सही निर्णय ले
जीवन में सफलता न मिलने का एक बड़ा कारण यह होता है कि व्यक्ति अपने जुनून/ लक्ष्य को नहीं पहचान पाते। वह सिर्फ अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और मिलने वालों को फॉलो करने लगते हैं जैसा कोई दूसरा करता है ठीक वैसा ही उसके साथ-साथ करना शुरू कर देते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए हमें अपने अंदर का जुनून पहचानना चाहिए। खुद में किस काम को करने का जुनून है, अगर उस जुनून को पहचान लिया तो फिर आधा काम वही खत्म हो जाता है। सही लक्ष्य को पहचानने के बाद व्यक्ति को जीवन में क्या करना है उसका सही निर्णय लेने में आसानी हो जाती है।
लक्ष्य दूर होता ही है और उससे होने वाला फायदा भी दूर ही होता है। इस बीच में अनेक बाधा आ सकते हैं, जिनसे व्यक्ति का मन डगमगाने लगता है। ऐसे में अवसरों पर मन को दृढ़ रखने की जरूर है अपने जीवन के लक्ष्य के प्रति मनुष्य को हर दशा में सजग रहना चाहिए।
सीखते रहना
समय के साथ-साथ जीवन की सारी सीख उसे धीरे धीरे अपने अनुभवों से मिलता है। व्यक्ति जितना ज़्यादा काम करता है, उसे सीखने का उतना ही अधिक अनुभव मिलता है। इंसान अपने अनुभवों से मिली हुई सीख से खुद की गलतियों को सुधारते हुए इतना ज़्यादा आगे बढ़ जाता है कि फिर भविष्य में उसे दोबारा अपनी गलतियों को नहीं दोहराता है।
भावनाओं में बहकर नहीं, सही कारण है जरूरी
सफल होना है, तो असफलता को भी अपने ही परिवार का सदस्य समझिये, क्योंकि इससे व्यक्ति की बार-बार मुलाक़ात हो सकती है। ऐसे बहुत से उदाहरण हैं जिनमें सफल लोगों ने पहले असफलता का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी इसे दिल पर नहीं लिया और दोबारा मेहनत शुरू की। क्योंकि वह भावनाओं में बहकर नहीं, बल्कि सही कारण को जानकर उसे ठीक करने की कोशिश करते रहे हैं। अगर आपने हार को स्वीकार कर अपने आप को और मज़बूत बना लिया तो आपको आगे सफल होने से कोई नहीं रोक पायेगा।
जीवन में मिली असफलता कभी भी इस बात का संकेत नहीं देती की अब कोई आगे इस काम में सफल नहीं हो सकते। सफल व्यक्ति कैसे बने, ये पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आपने असफलता का सामना कैसे किया है?
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