पर्यावरण बचाने और उसका संतुलन बनाए रखने के लिए पेड़-पौधे बहुत ज़रूरी हैं, लेकिन आए दिन विकास के नाम पर बेरहमी से सैकड़ों-हज़ारों पेड़ काट दिए जाते हैं। हाल ही में हैदराबाद में लोगों ने सड़क बढ़ाने के लिए पेड़ों की कटाई का जमकर विरोध किया।
पेड़ बचाना है ज़रूरी
दिल्ली की प्रदूषित हवा से तो अब तक सब वाकिफ हो ही चुके होंगे, ज़रा सोचिए यदि सभी शहरों का ऐसा ही हाल हो जाए, तो कैसे जिएंगे हम सब? हवा में फैले प्रदूषण को पेड़-पौधे अवशोषित करके आपको साफ हवा देते हैं, लेकिन शहरों में दिनों-दिनों पेड़ गायब होते जा रहे हैं।
हाल ही में हैदराबाद के तेलापुर-नालांगन्डाला इलाके में लोगों ने पेड़ काटे जाना का एकजुट होकर विरोध किया। दरअसल, इलाके में सड़क को चौड़ा करने के लिए पहले ही 130 पेड़ काटे जा चुके हैं और करीब 400 पेड़ और काटे जाने थे। इसका लोगों ने जमकर विरोध किया। #SaveNallagandlaTrees के तहत लोगों ने एकत्रित होकर ‘सेव लाइफ सेव ट्री’ के नारे लगाकर पेड़ काटे जाने का विरोध किया।
हम सबको यह समझना होगा कि हमारे जीवन के लिए पेड़ बहुत ज़रूरी है, वरना सांस लेने के लिए शुद्ध हवा मिलना दुभर हो जाएगा।
मुंबई में भी हो चुका है कुछ ऐसा
कुछ समय पहले मुंबई की आरे कॉलोनी भी पेड़ों की कटाई को लेकर सुर्खियों में थी। मायानगरी के गोरेगांव इलाके में जो आरे जंगल हैं वहां मेट्रो शेड बनवाने के लिए हज़ारों पेड़ काट दिए गए, लेकिन फिर आम लोगों को सेलिब्रिटिज़ ने मिलकर ‘सेव आरे’ मुहिम शुरू करके इसका ज़बर्दस्त विरोध किया, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दी है।
विकास के नाम पर पेड़ों की कटाई कितनी सही?
बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जाना ज़रूरी है, लेकिन यह विकास पर्यावरण की कीमत पर नहीं होना चाहिए। पर्यावरण और विकास के बीच एक संतुलन की ज़रूरत है, वरना दिल्ली की हालत को आप देख ही रहे हैं, यदि जल्द ही हमने कुछ कदम नहीं उठाएं, तो हालात शायद इससे भी बदतर हो जाएंगे।
पर्यावरण सरंक्षण में आपका योगदान
- जितना हो सके कचरा कम करें, घर की कुछ बेकार चीज़ों की रिसाकइकलिंग करके आप ऐसा कर सकते हैं।
- सड़क पर कचरा इकट्ठा करके जलाएं नहीं, इससे हवा प्रदूषित होती है।
- प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें, हमेशा शॉपिंग के लिए जाते समय अपने साथ कपड़े का बैग रखें।
- गाड़ी धोने और गार्डनिंग के लिए पाइप की बजाय बाल्टी से पानी ले जाएं।
- जन्मदिन और एनिवर्सिरी पर हज़ारों की गिफ्ट खरीदने की बजाय अपने आसापास 2-4 पौधे लगाइए। बाहर जगह नहीं है तो बालकनी में गमलों में भी पौधे लगा सकते हैं।
- बारिश के समय जितना संभव हो सके पानी को स्टोर करने के उपाय करने चाहिए।
- सार्वजनिक जगहों को गंदा न करें और न ही पानी बर्बाद करें।
- गाड़ियों से निकलने वाला धुंआ वायुमंडल को दूषित करता है, इसलिए गाड़ी का इस्तेमाल कम करें। पैदल चलें या साइकिल चलाएं।
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