करीब एक साल होने को आया है, लेकिन कोरोना का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा। भारत में भी कुल मामले कम होने के बाद दोबारा बढ़ते दिख रहे हैं, ऐसे में खुद को अपने परिवार को इस खतरनाक वायरस से बचाने के लिए दो गज की दूरी के साथ ही एक सबसे बड़ा हथियार है मास्क। बिना मास्क के बाहर निकलने की भूल कभी नहीं करनी चाहिए, लेकिन क्या आपको पता है कि एक मास्क को कब तक इस्तेमाल करना सही है और कब इसे बदल देना चाहिए?
मास्क है सबसे ज़रूरी
आज के समय में मास्क ज़िंदगी का सबसे ज़रूरी हिस्सा बन गया है। अगर कहें कि जैसे ज़िंदगी के लिए सांसे ज़रूरी है कुछ वैसे ही कोरोना से बचाव के लिए मास्क ज़रूरी है, साथ ही मास्क को सही तरीके से पहनना और मास्क का सही होना भी उतना ही ज़रूरी है। आप यदि लंबे समय तक एक ही मास्क का इस्तेमाल कर रहे है तो आपको सावधान होने की ज़रूरत है, क्योंकि बहुत पुराना मास्क वायरस को रोकने में कारगर नहीं होता है।
कौन-सा मास्क होता है अच्छा?
विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन के मुताबिक, कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए तीन लेयर वाला मास्क सबसे अच्छा होता है। इससे संक्रमण का खतरा 70 प्रतिशत तक कम हो जाता है। तीन लेयर वाले सर्जिकल या कपड़े के मास्क का इस्तेमाल किया जा सकता है। घर का बना मास्क भी संक्रमण से बचाव में उपयोगी हो सकता है यदि उसमें तीन लेयर है और उसकी फिटिंग सही है तो।
मास्क की सफाई का रखें खास ध्यान
घर के बने और दोबारा इस्तेमाल होने वाले मास्क को कहीं बाहर से आने के तुरंत अच्छी तरह साबुन और गुनगुने पानी से अच्छी तरह धोना ज़रूरी है। इस्तेमाल से पहले इसे धूप में अच्छी तरह सुखा लें। इस बात का भी ध्यान रहे कि इसे माइल्ड डिटर्जेंट से ही धोएं, तेज़ केमिकल वाले डिटर्जेंट से मास्क खराब हो जाते हैं। संक्रमण से बचाव के लिए मास्क पहनना जितना ज़रूरी है उतना ही ज़रूरी है उसे सही तरह से साफ और स्टोर करना। मास्क को हमेशा साफ जगह पर ही रखना चाहिए, ताकि उसपर धूल-मिट्टी या गंदगी न चिपके।

कब बदलें मास्क
आमतौर पर सर्जिकल मास्क तो एक बार इस्तेमाल के लिए ही होते हैं, लेकिन आप यदि रियूज़ेबल या कपड़े का कोई दूसरा मास्क इस्तेमाल करते हैं तो भी इसे लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। एक निश्चत समय के बाद इसे बदल देना चाहिए।
- जब मास्क डोरी या फिटिंग ढीली हो जाए।
 - बार-बार आपको उसे एडजस्ट करने की ज़रूरत पड़े।
 - रोशनी में देखें कि मास्क में कोई छेद तो नहीं हुआ है या उसका कपड़ा घिस तो नहीं गया है। यदि ऐसा है तो इसे तुरंत बदलें।
 - लंबी दूरी की यात्रा पर जा रहे हैं तो एक बार इस्तेमाल होने वाले सर्जिकल मास्क का ही इस्तेमाल करें और फिर इसे सही तरीके से लपेट कर फेंक दें।
 - बार-बार धोने पर कपड़े का मास्क कमजोर पर जाता है और वह वायरस को रोकने में प्रभावी नहीं होता है। इसलिए समय-समय पर मास्क बदलते रहें।
 - जो लोग भीड़ वाली जगह पर ज़्यादा जाते हैं उन्हें दूसरों की तुलना में जल्दी अपना मास्क बदल देना चाहिए।
 
इन बातों का रखें ध्यान
- हमेशा अपने पास 3-4 मास्क रखें ताकि एक मास्क के गीला, गंदा या पसीने से भीगने पर तुरंत दूसरा बदल सके।
 - मास्क खरीददते समय डिज़ाइन से ज़्यादा फैब्रिक और फिटिंग का ध्यान रखें।
 - मास्क से हमेशा आपकी नाक और मुंह अच्छी तरह से ढके होने चाहिए।
 - यदि आपको लगे कि मास्क का कपड़ा ढीला/जालीदार हो गया है तो इसे तुरंत बदल दें।
 
मास्क का आरामदायक होना भी ज़रूरी है, क्योंकि इसे आपको लंबे समय तक पहनना है तो ऐसा मास्क इस्तेमाल करें जिसमें सांस लेने में परेशानी न हो।
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