आज मन बहुत उदास सा हो रहा है, दिमाग भी बोझिल लग रहा है और किसी काम में आपका मन नहीं लग रहा, तो परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि ऐसा हर किसी के साथ होता है जब कुछ काम करने की इच्छा नहीं होती और सब कुछ नीरस और बेजान सा लगने लगता है। ऐसे में ज़रूरी है कि आप खुद को प्रेरित करें यानी सेल्फ मोटिवेट करें। मोटिवेशन या प्रेरणा जैसे शब्द आपको सुनने में भले ही भारी-भरकम लगते हों, मगर खुद को प्रेरित करना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है। रोज़मर्रा के छोटे-छोटे काम के ज़रिए आप खुद को मोटिवेट कर सकते हैं। कैसे? आइए, जानते हैं।
दिनचर्या में थोड़ा बदलाव करें
रोज़ का एक जैसा ही रूटीन यकीनन बोरिंग लगने लगता है और फिर आप एक वक्त ऐसा आता है कि आपको काम करने का मन ही नहीं होता, तो ऐसे में अपनी दिनचर्या में थोड़ा बदलाव करके देखें। जैसे बार-बार नोटिफिकेशन आने पर ईमेल चेक करने की बजाय दिन में एक समय ही करें, सुबह यदि रोज़ाना पहले सैर पर जाते हैं उसके बाद घर के काम करते हैं, तो कुछ दिनों के लिए पहले घर के काम कर लें उसके बाद सैर या कसरत करें। इसी तरह से आप अपने मन मुताबिक अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव कर सकते हैं, जो भी आपको अच्छा लगे।
दूसरों को अच्छे मैसेज भेजना
जब कभी आपको बोरियत महसूस होने लगे तो अपना फोन उठाइए और गैलेरी में सेव कुछ अच्छे और पॉज़िटिव संदेश अपने किसी करीबी, सहयोगी और दोस्तों को भेजें। इससे सामने वाले को तो अच्छा लगेगा ही आप भी पॉज़िटिव महसूस करेंगे और आपका मूड भी फ्रेश हो जाएगा।
अपनी उपलब्धियों को याद करें
जब कभी काम में मन न लगे, तो खुद को प्रेरित करने का एक बेहतरीन तरीका है अपनी उपलब्धियों को याद करना जैसे आपको जो भी सम्मान, धन्यवाद नोट या प्रशंसा पत्र मिला हो, फोल्डर उठाकर उन सबको देखें। आपको खुद पर गर्व होगा और आप दोबारा एक नए जोश के साथ काम करने के लिए प्रेरित होंगे।
कुदरत के बीच गुज़ारें थोड़ा वक़्त
यदि कभी काम का बिल्कुल मन न हो, तो जबरन कुर्सी पर बैठे रहने की बजाय उठिए और आसपास के किसी खूबसूरत गार्डन या किसी ऐसी प्राकृतिक जगह पर जाएं जहां चारों ओर हरियाली और चिड़ियों की चहचहाहट हो। कुदरत के बीच गुज़ारे ये चंद लम्हें आपको नई ऊर्जा से भर देंगे और आपकी सारी मायूसी और बोरियत दूर हो जाएगी।
पुरानी फोटो एल्बम देखें
परिवार के साथ छुटिटयों में बिताएं सुकून भरे पल हमेशा खुशनुमा एहसास दिलाते हैं, तो जब कभी आपको सेल्फ मोटिवेशन या मूड फ्रेश करने की ज़रूरत हो, तो पुराने एल्बम में कैद यादों के पिटारें को खोलिए और उन खुशनुमा पलों को फिर से जीएं। कुछ देर बाद आपको खुद में बदलाव नज़र आ जाएगा।
बदलें खुद से बात करने का तरीका
हम सभी अक्सर खुद से बात करते हैं और यह सेल्फ टॉक सेल्फ मोटिवेट करने में अहम भूमिका निभाता हैं। हेनरी फोर्ड ने बिल्कुल सच कहा है, अगर आप सोचते हैं कि “मैं कर सकता हूं” और यदि आप सोचते हैं कि “मैं नहीं कर सकता”। आप दोनों तरफ से सही हैं। यानी अगर आप मन में सोच लें कि मैं यह काम कर सकता हूं, तो यकीनन आप कर लेंगे और सोचते हैं कि मैं यह नहीं कर सकता तो आप वह काम नहीं कर पाएंगे। इसलिए स्वयं को प्रेरित करने के लिए खुद से पॉज़िटिव बात करें।
कल्पना करें की आप बच्चों से बात कर रहे हैं
ऑफिस में जब कभी ऐसा लगे कि अब काम नहीं करना या काम में बिल्कुल मन न लगें, तो कुछ देर के लिए आंखें बंद करके कल्पना करिए की आप अपने बच्चों से बातें कर रहे हैं। कुछ मिनट की यह कल्पना आपको एक बार फिर से काम करने की प्रेरणा देगी और आप अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए दोगुने जोश के साथ काम करने लगेंगे।
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