खुशी और दुख की तरह ही गुस्सा भी एक तरह की भावना है और कभी-कभार किसी गलत बात पर गुस्सा होना बिल्कुल सामान्य है, मगर आपको यदि बात-बात पर गुस्सा आता है और गुस्से में आप खुद पर नियंत्रण खो बैठते हैं तो यह आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है। माना कि गुस्से पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सकता, लेकिन खुद में कुछ बदलाव लाकर इसे आप जल्दी शांत करना ज़रूर सीख सकते हैं और यह दूसरों के लिए नहीं, बल्कि आपकी भलाई के लिए बहुत ज़रूरी है।
शरीर के संकेतों को पहचाने
गुस्सा होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं जिसे आपने भी महसूस किया होगा जैसे मुट्ठी बांधना, शरीर कांपना, जबड़ा टाइट होना और पेट में सेंसेशन होना। आपको जब भी ऐसा महसूस होने लगे तो अपनी वर्तमान जगह से हटकर एकांत में चले जाएं। याद रखिए की कोई भी भावना स्थाई नहीं होती, जब आप उस जगह से हटकर अकेले में कुछ देर रहेंगे तो गुस्सा थोड़ी देर में शांत हो जाएगा।
प्रतिक्रिया करने से बचें
जब सामने वाला कुछ गलत या बुरा बोलता है तो यकीनन आपको गुस्सा आएगा और प्रतिक्रियास्वरूप आप भी उसे कुछ उल्टा बोल देंगे, जिससे मामला बिगड़ सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि तुरंत प्रतिक्रिया देने से बचें और उस वक्त चुप रहने की कोशिश करें। जब थोड़ी देर बाद गुस्सा शांत हो जाए तो सामने वाले को उसकी गलती बताएं।
खुली हवा में निकल जाएं
गुस्सा आने पर शारीरिक तनाव भी बढ़ जाता है ऐसे में शरीर को रिलैक्स करना ज़रूरी है। किसी गार्डन या खुले मैदान में थोड़ी देर के लिए सैर कर लें। बाहर की ठंडी हवा में सैर करने पर आपको अच्छा महसूस होगा और गुस्सा भी शांत हो जाएगा।
नेगेटिव विचारों को काबू करें
जब हमें गुस्से में होते हैं तो हमारे दिमाग में अनचाहे नकारात्मक विचारों के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है। कई बार तो ये बेवजह ही होते हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि आप इन विचारों को काबू करें। जैसे यदि ट्रैफिक में फंस गए हैं तो ‘अरे यार इस ट्रैफिक जाम ने तो परेशान कर रखा है’ कि बजाय सोचें कि ‘गाड़ियों की बढ़ती संख्या ने प्रदूषण और ट्रैफिक की समस्या को कितना बढ़ा दिया है।’ क्योंकि परेशान होने ये गुस्सा होने से ट्रैफिक जाम तो हटने वाला है नहीं।
मेडिटेशन को रूटीन में शामिल करें
गुस्से को शांत करने के लिए ज़रूरी है कि आप अपने विचारों पर काबू पाने में सक्षम हों और इसके लिए रोज़ाना 15-20 मिनट ध्यान या मेडिटेशन करना ज़रूरी है। इससे गुस्सा आने पर वह जल्दी शांत हो जाता है। साथ ही आधे घंटे की कसरत भी करें इससे शारीरिक तनाव दूर होता है। गुस्से में गहरी सांस लेने की प्रैक्टिस करें।
भावनाओं को पहचानें
कई बार गुस्से की वजह हमारी भावनाएं होती है जैसे किसी ने दिल दुखाया हो, झूठ बोला हो या हमारी मदद न की हो तो हमें गुस्सा आ जाता है। ऐसे में ‘उसने मेरे साथ ऐसा क्यों किया’ जैसी बातें बार-बार न सोचें। जो हुआ उसे भूल जाने की कोशिश करें, ऐसा सोचे कि हो सकता है किसी मजबूरी के कारण सामने वाले ने आपकी मदद नहीं की हो या झूठ बोला हो।
माफ करना सीखें
किसी गलती पर गुस्सा करना तो आसान है, मगर माफ करना थोड़ा मुश्किल काम है। हालांकि जब आप माफ करना सीख जाते हैं तो आपका गुस्सा अपने आप शांत हो जाता है।
गुस्सा आप पर हावी होकर आपको हानि पहुंचाए इससे पहले ही उसे शांत करना सीख लीजिए।
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