सीखें माफ करने की कला

सीखें माफ करने की कला

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कभी पैरेंट्स, पार्टनर, तो कभी किसी दोस्त ने शायद आपका दिल दुखाया होगा। अपनों का दिया दर्द बहुत तकलीफ पहुंचाता है, लेकिन क्या तकलीफ सहने के बाद आप खुद को दर्द देने वालों को माफ कर देते हैं? यदि हां, तो यकीनन आपको मन की शांति का अनुभव होता होगा, लेकिन आप यदि दूसरों की गलतियों को माफ नहीं कर पाते हैं, तो अब से ऐसा करना शुरू कर दीजिए, क्योंकि दूसरों को माफी आप उनके लिए नहीं, बल्कि अपनी खुशी के लिए देते हैं।

क्यों मुश्किल होता है माफ करना?

खुद से कोई गलती हो तो हम तुरंत सॉरी बोलकर उम्मीद करते हैं कि सामने वाला हमें माफ कर देगा। लेकिन जब दूसरों को माफ करने की बात आती है, तब हमारा रवैया बदल जाता है। हमें बार-बार वो दर्द, धोखा और तकलीफ याद आती है, जो सामने वाले शख्स ने हमें दिया है। कई बार यह चोट इतनी गहरी होती है कि उसे माफ करने का दिल नहीं होता पर जिस तरह आपकी गलती के लिए किसी ने माफी देकर आपको जीवन में एक और मौका दिया। उसी तरह आपको भी सामने वाली की गलती को माफ करना सीखना होगा, क्योंकि आखिरकार गलतियां तो इंसान से ही होती है।

माफ करने से मिलती है शांति  | इमेज: फाइल इमेज

माफ करने के फायदे

जिस तरह माफी मांगकर आप सामने वाले से अपने संबंध सुधारने की कोशिश करते हैं उसी तरह माफ कर देने से भी आपके रिश्ते उस शख्स के साथ बने रहेंगे। इसके अलावा माफ करने के और भी बहुत से फायदे हैं।

– किसी की गलती को माफ कर देने का मतलब है कि आप उस वाकये को स्वीकार करते हुए ज़िंदगी में आगे बढ़ जाते हैं और उसे याद करके अब नेगेटिव विचार आपके दिमाग में नहीं आयेंगे।

– मन को शांति मिलती है। जब तक यह विचार आता रहेगा कि फलां व्यक्ति ने मेरे साथ गलत किया, तब तक आप बेचैन रहेंगे, लेकिन जैसे ही आप यह सोचते हैं , ‘ठीक है जो हुआ सो हुआ अब इसे भूल जाना चाहिए’ तब मन अपने आप शांत हो जाता है और आप खुश भी रहते हैं।

– ज़रूरी नहीं कि आप सामने वाले से जाकर यह कहे कि भई मैंने तुम्हें माफ कर दिया है, बल्कि माफ करने का मतलब है कि आप बीती बातों को लेकर अपने मन में कोई कड़वाहट न रखें।

– किसी को माफ करने का निर्णय लेने के बाद कुछ देर अकेले बैठकर उस घटना के बारे में और उसने आपको किस तरह से प्रभावित किया, पर विचार करें। फिर इसे भुलाकर ज़िंदगी में आगे बढ़े। यानी उस शख्स के प्रति मन में बैर और क्रोध का भाव निकाल दें।

– बड़े-बुज़ुर्गों ने कहा है कमज़ोर इंसान किसी को माफ नहीं करते, बल्कि शक्तिशाली लोग ही ऐसा करते हैं, क्योंकि वह मन से मज़बूत होते हैं।

किसी की गलतियों को माफ कर देने से आपका मन भी हल्का हो जाता है और आप पॉज़िटिव सोच के साथ जीवन में आगे बढ़ते हैं।

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