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वैसे तो हर बच्चा किसी न किसी बात पर मम्मी से डांट ज़रूर सुनता है लेकिन एक टॉपिक हमेशा कॉमन होता है और वो है लाइट चलती छोड़ने का। आप में से कई लोगों को मम्मी का यह डायलॉग ज़रूर याद होगा, ‘कितनी बार याद दिलाना पड़ेगा कि जब कमरे से बाहर आओं तो लाइट और पंखा बंद कर के आओ’। हो सकता है मम्मी की चिंता बिजली के बढ़ते बिल की वजह से हो, लेकिन सिर्फ बिल ही नहीं बल्कि फिज़ूल में लाइट-पंखा चला छोड़कर आप ऊर्जा की बर्बादी भी करते हैं, जो किसी और का घर रोशन कर […]
कहावत है कि ‘कल करे सो आज कर, आज करे सो अब, पल में प्रलय होएगी, बहुरि करेगा कब’। यानी कि जो काम आज करना, उसे अभी कर लो, पता नहीं कब क्या हो जाए? इसलिए यदि आप अपनी ज़िंदगी से कुछ ज्यादा की डिमांड करते हैं, तो इसके लिए आपको खुद में जरूरी बदलाव लाने होंगे लेकिन हर बार बदलाव का मतलब यह नहीं होता कि आपको अपने जीवन में कुछ जोड़ना ही है बल्कि कुछ ऐसी चीज़ों से छुटकारा पाना भी होता है, जो आपकी सफलता में बाधा बनते है। तो, आइए जानते हैं कि ऐसी बातें, जिनसे […]
किसानों की कड़ी मेहनत ने ऐसा कमाल किया कि राज्य को ही बनाया दिया दुनिया का पहला ऑकर्गेनिक राज्य पढ़िये इस लेख में –
कहते है बच्चें गीली मिट्टी की तरह होते हैं, उन्हें जिस रूप में ढ़ालें, वो उसी रूप ढ़ल जाते हैं। ऐसे में माता पिता को चाहिए कि बचपन से ही उनमें कैसे आत्मविश्वास बढ़े? एक अभिभावक के रूप में उनके लिए ऐसे माहौल तैयार करें, जिससे वो प्रोत्साहित हो सके। उन्हें यकीन दिलाएं कि कैसे आत्मविश्वास से किसी भी तरह की जंग जीती जा सकती है। समय के साथ बनाए रखे धैर्य कुछ बच्चे बहुत जल्द ही हार मान लेते हैं और वो कुछ नया करने से भी घबराते हैं। ऐसे में अभिभावक के तौर पर बच्चों को वैसे लोगों […]
आज़ाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को चाचा नेहरू के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि उन्हें बच्चों से काफी लगाव था। बच्चों के प्रति उनके इसी प्यार और स्नेह की वजह से भारत में उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। पंडित नेहरू हमेशा बच्चों के प्रति प्यार और उन्हें महत्व देने की बात करते थे। वह कहते थे कि आज के बच्चे कल के भारत की नींव रखेंगे। जिस तरह हम उन्हें बड़ा करेंगे, वैसा ही देश का भविष्य भी होगा। महात्मा गांधी के सबसे भरोसेमंद सहयोगी पंडित जवाहरलाल नेहरू […]
यह कहानी है, पश्चिम बंगाल स्थित पुरुलिया जिले से 50 किलोमीटर दूर पूंचा गांव के एक ऐसे स्कूल की, जहां पढ़ने वाले बच्चे अपने घर वापस नहीं जाना चाहते। स्कूल उन बच्चों के लिए अब किसी घर से कम नहीं है। अब उन्हें नि:शुल्क शिक्षा के साथ-साथ खाना पीने की चीज़े तो मिल ही रही हैं, साथ ही बेहतर ज़िंदगी बसर करने के लिए वो सारी चीज़े दी जा रही है, जो उन्हें कभी नहीं मिल पाई। इलाके के सैकड़ों बच्चों को एक बेहतर जीवन देने के लिए पुलिस कांस्टेबल अरूप मुख़र्जी तन, मन और धन से जुटे हैं। कांस्टेबल […]
डिप्रेशन एक ऐसी मानसिक स्थिति होती है, जिसमें डॉक्टर से ज्यादा किसी भी शख्स को बाहर निकलने के लिए आत्मविश्वास की जरूरत पड़ती है। कश्मीर की रहने वाली 20 साल की इंशा ख्वाज़ा भी कई सालों तक डिप्रेशन में रह चुकी हैं। उनकी यह कहानी न सिर्फ आपको प्रेरित करेगी बल्कि सोचने पर भी मज़बूर करेगी कि कैसे एक लड़की ने बुरे वक्त का योद्धा की तरह सामना किया। दस साल में पिता की मौत महज दस साल की उम्र में इंशा के सिर से पिता का साया उठ गया था, जिसके बाद इंशा डिप्रेशन में चली गई। खेलने-कूदने की […]
हम अक्सर किसी चीज़ या काम को लेकर जल्दी ही निराश हो जाते हैं। जैसे स्कूल या कॉलेज के प्रोजेक्टस पूरा न होने की स्थिति में, सहयोगियों और दफ्तर में काम के प्रेशर को लेकर, घरेलू जिम्मेदारियों को लेकर हम बेवजह निराशा के शिकार हो जाते हैं। हालांकि, हम में यह सोचने की ताकत होती है कि ये चीज़ें हकीकत में उतनी भी बोझिल नहीं हैं, जितना हम समझ रहे हैं। चुनौती और संघर्ष तो हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा है। हमें इस बात का खयाल रखना है कि उन चुनौतियों से कैसे निपटें और कैसे सीखें, ताकि निराशा हमारे […]
यह तो कई बार सिद्ध हो चुका हैं कि प्राणायाम शरीर को सेहतमंद रखता है लेकिन हाल ही में यह सामने आया है कि ग्लूकोमा यानिकि काला मोतिया के मरीज़ों के लिए भी प्राणायाम करना बहुत ज्यादा फायदेमंद हैं। इसका खुलासा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉ. राजेंद्र विज्ञान केंद्र के डॉक्टरों की हालिया स्टडी में हुआ है। काला मोतिया के मरीज़ों को ध्यान लगाने से और प्राणायाम करने से आंख के दबाव को कम करने में मदद मिलती हैं। क्या होता है काला मोतिया दरअसल हमारी आंख के अंदर एक तरल पदार्थ होता है और अगर आंखों के […]
एक तरफ जहां राज्य में सबरीमाला की वजह से उथल-पुथल मची थी, वही दूसरी तरफ टैक्सी और ऑटो रिक्शा ड्राइवर्स ने चेरुटुटी और शोरानुर में इस समय का सही इस्तेमाल किया। लोगों की दिक्कतों को देखते हुए ड्राइवर्स ने शहर की मुख्य सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढों को भरने की ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर ली। इन्होंने किया कारनामा इस काम को पूरा करने में के राशिद, एस.ए अनी, ए.पी प्रतीश, ए.पी प्रदीप, वी.जी मनिकंदन और वी.के कुट्टन ने मुख्य रूप से भूमिका निभाई। एसएमपी जंक्शन और ओल्ड कोच्चीन ब्रिज के बीच कई गड्ढे थे, जिससे आम लोगों को रोज़ उस रास्ते […]
आमतौर पर गरीबी को ऐसा अभिशाप माना जाता है, जो बड़े-बड़ों के ईमान को हिला देती है, लेकिन मुफलिसी के बावजूद अगर आपका ईमान नहीं डोलता है, तभी आप सच्चे व ईमानदार इंसान कहलाने के हकदार होते हैं। ईमानदारी की एक ऐसी ही मिसाल हावड़ा के 54 वर्षीय रिक्शा चालक मंटू साहा ने पेश की। रिक्शे की सीट के पीछे मिला था बैग दरअसल, मंटू को अपनी रिक्शा की सीट के पीछे 2.98 लाख रुपये मूल्य के हीरे और सोने के आभूषण और 60,000 रुपये की नकदी से भरा एक बैग मिला। यह बैग उसके रिक्शा में बैठी अंतिम सवारी […]
बदलते वक्त के साथ लोगों के खान-पान की आदतों में भले ही बदलाव कर लिया हो और अपने खान-पान को लेकर लोग काफी एहतियात भी बरतने लगे हो लेकिन इसके बावजूद सुपरफूड हमारे भोजन में शुमार है, जो सेहत के लिए ठीक नहीं है। बस आप मामूली प्रयास, सिंपल ट्रिक्स और अभ्यास के जरिये आप हेल्दी डाइट को अपने जीवन में शुमार कर सकते हैं। जंक फूड को कहें ‘न’ जब बात हेल्दी डाइट की आती है, तो इसे आसान बनाने का पहला तरीका यह है कि जंक फूड को आप अपनी नजरों से दूर रखें। हालांकि, इंसान की फितरत […]
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