सर्दियां आते ही भारतीय घरों में एक खास चीज़ नज़र आती है, जो हम सब के बचपन की यादों का अहम हिस्सा है, च्यवनप्राश। सर्दियों की हर सुबह हमें एक गाढ़ा चिपचिपा जैम जैसा कुछ यह कह कर खिलाया जाता था कि वो स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है, और मम्मी बड़ी आंखे दिखा कर मानो यह कहती थीं कि चुपचाप बिना मुंह बनाए इसे खा लो।
जड़ी-बूटियों से भरपूर
च्यवनप्राश बनाने में उपयोग की जाने वाली आंवला और 25 से ज़्यादा आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां आपके पूरे स्वास्थ्य में सुधार लाने और संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए एक पारंपरिक तरीका है। यह सभी उम्र के लोगों के लिए अच्छा है और पूरे भारत के ज़्यादातर घरों में सर्दियों में इसका सेवन किया जाता है। च्यवनप्राश विटामिन सी से भरा हुआ है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है और आंवला से आता है। इसको बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली अलग-अलग तरीके की जड़ी-बूटियों के कारण इसे कई तरह के पोषक तत्वों और मिनसल्स का पावरहाउस भी कहा जा सकता है।
क्या कहती है रिसर्च?
कई शोध बताते है कि च्यवनप्राश खाने से एंटी-एजिंग लाभ भी होते हैं। इसे ऋषि च्यवाना के लिए भी माना जाता था, जिन्होंने इस अमृत जैसे फॉर्मूले की खोज की थी। च्यवनप्राश की मूल रचना में लगभग 80 जड़ी-बूटियां थीं लेकिन इसे आज के समय में उपलब्ध कई जड़ी-बूटियों के साथ भी से बनाया जा सकता है। च्यवनप्राश के कई ब्रांड बाजार में उपलब्ध हैं लेकिन उनमें मिलावट और चीनी की मात्रा अधिक होने की संभावना है। तो, सबसे अच्छा और आसान तरीका है कि इसे घर पर अपने हिसाब से बानाया जाए। घर पर आप चीनी को गुड़ से बदल सकते हैं और मसालों के स्तर को अपने हिसाब से कम या थोड़ा ज्यादा कर सकते हैं। घर पर च्यवनप्राश बनाने में जो मुश्किल सामने आती है, वो है मसालों का मिश्रण, लेकिन आप उन्हें बाज़ार से पिसा हुआ या कहें कि रेडीमेड भी ला सकते हैं।
तो देर किस बात की है, चलिए आपको बताते है इसे घर पर बनाने की विधि, जो थोड़ा समय और धैर्य मांगेगी, लेकिन जब आप इस च्यवनप्राश का सेवन करेंगे, तो इसके लाभों के सामने बाकी सब कुछ फीका लगने लगेगा।
सामग्री
मसालों का मिश्रण
- 2 तेज पत्ते
- 2 इंच की दालचीनी स्टिक
- 2 बड़े चम्मच सोंठ का पाउडर
- 1 बड़ा चम्मच वंशलोचन
- 1 बड़ा चम्मच लंबी काली मिर्च (पिप्पली)
- 1 बड़ा चम्मच नागकेसर
- 1 बड़ा चम्मच जायफल पाउडर
- 10 हरी इलायची की फली
- 2 चम्मच लौंग
- 2 चम्मच काली मिर्च
अन्य सामग्री
- 1 किलो आंवला
- 1 कप घी
- 1 किलो गुड़, कद्दूकस किया हुआ
- ½ छोटा चम्मच केसर के तार
बनाने की विधि
- मसालों के मिश्रण को एक ब्लेंडर में महीन पीस लें और छान कर रख लें।
- चार कप पानी में आंवला को 3 सीटी तक प्रेशर कुक करें।
- ठंडा होने पर आंवला के बीज अलग कर लें और प्यूरी बना कर छान लें।
- लोहे की कड़ाही में घी को मध्यम आंच पर गरम कर लें। इसमें आमला प्यूरी डाल कर अच्छे से मिक्स कर लें। इसे धीमी आंच पर गाढ़ा होने तक पका लें।
- अब इसमें गुड़ डालें और मिश्रण को चलाते रहें और तब तक पकाएं जब तक यह गहरे रंग का न हो जाए और इसमें से बुलबुले निकलने लगें।
- जब यह मिश्रण गाढ़ा होकर कड़ाही की साइड्स छोड़ दे, तो इसमें मसालों वाला मिश्रण मिला लें और अच्छी तरह चलाते हुए अगले पांच मिनट और पकाएं।
- इस मिश्रण में केसर डाल कर मिला लें और ठंडा होने दें।
- इसे एक साफ जार में निकाल कर किसी सूखी और ठंडी जगह पर रख दें।
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