आज की तेज़ी से बदलती दुनिया में ज्यादातर लोग मुश्किल समय में या तो खुद को दुनिया से अलग कर लेते हैं या फिर निराशा में डूब जाते हैं क्योंकि इस भागते समय में आप शायद ही कभी खुद के साथ गहराई से जुड़ पाते हो। लेकिन अगर आपने खुद को गहराई से जोड़ लिया है, यानि कि खुद को दुख देने की बजाए अपने प्रति दयालु बनकर खुद को समझा, तो समस्या का हल मिल सकता हैं।
यहां अपने प्रति दयालु होने का मतलब है कि स्वयं की समझ और गलतियों के लिए खुद को माफ करना। इसका मतलब यह है कि आपको इस तथ्य को मानना ही पड़ेगा कि इस दुनिया में कोई पूर्ण नहीं होता, अनुभव बहुत कुछ सिखाने में मदद करते हैं।
अब आप यह जरूर जानना चाहेंगे कि हम खुद को गहराई से कैसे जोड़ सकते है? इसके चार आसान तरीके हैं, जिसका रोज़ाना पालन करके इसे पाया जा सकता हैं –
खुद से करें पॉज़िटिव बातें
सबसे जरूरी है कि आप नेगेटिव एनर्जी से दूर रहें और खुद के बारे में समझे। जब भी आप कोई काम करते है, तो सिर्फ गलतियों पर ही ध्यान न दें बल्कि इस बात पर भी गौर करें कि इस स्थिति को कैसे हल कर सकते हैं? इससे खुद में पॉज़िटिविटी आएगी और आगे से वैसी परेशानी आने पर आप तुरंत उसका हल निकाल लेंगे।
खुद को लैटर लिखें
आपने इंटरनेट पर खुले पत्र कितनी बार पढ़े हैं? वे मददगार साबित होते है ना? इसी तरह से गलती करने या गलत निर्णय लेने के बाद अपने आप को तसल्ली देने के लिए खुद को लैटर लिखें। इससे आपको बेहतर महसूस होगा। लैटर लिखते समय यह ध्यान रखें कि उसमें सिर्फ गलतियों का ही जिक्र न करें बल्कि लैटर को सहज बनाएं। कई रिसर्च से पता चलता हैं कि लेखन आपकी भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
खुद के लिए एक मंत्र लें
आप एक मंत्र या एक प्रतिज्ञा से खुद को प्रोत्साहित कर सकते हैं। हम यहां किसी भी तरह के धार्मिक मंत्र की बात नहीं कर रहे। अब यह मंत्र कुछ फिल्म 3 इडियट्स के “ऑल इज़ वेल” जैसा भी हो सकता है। इसके लिए आप खुद सोचें कि ऐसा कौन सा वाक्य है, जो आपको एनर्जी देता है? चुनौतियों के समय और रोज़ाना भी आप इसे दोहराते रहें। इस तरह की चीज़ें आपको परेशानी के समय निराश होने से रोक सकती हैं।
खुद के किए कामों की लिस्ट बनाएं
सबसे अच्छा होता हैं कि दिन के अंत में एक ऐसी लिस्ट बनाएं, जिसमें आपके किए दिनभर के काम हो। उसमें सबसे पहले उस काम को जोड़े, जिसे करने में आपको मज़ा आया हो या किसी की मदद हुई हो। इससे आपको प्रेरणा मिलेगी और आप खुद की तारीफ शुरू कर सकेंगे।
इन तरीकों को अपनाकर आप स्ट्रैस, चिंता और उदासी को कम कर सकते हैं। इससे इमोशनल बुद्धि में बढ़ोतरी होगी और आपके रिश्तों में सुधार होगा।
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