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अगर बच्चे बहुत देर तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते है, तो उनकी एकाग्रता कम होती है, आंखों की रोशनी कम होती है और मेमोरी पॉवर पर भी असर होता है। इस लत की वजह से बच्चों की पढ़ाई पर भी बहुत ज्यादा इफैक्ट होता है क्योंकि कई घंटों तक फोन में ही लगे रहने से बच्चों का टाइम बहुत बर्बाद होता है। लेकिन अगर आप थोड़ा सा ध्यान दें, तो बच्चों को इस जंजाल से मुक्ति दिला सकते हैं।
खुद से ही शुरू करें बदलाव
बदलाव खुद से ही शुरू होता है, इसके लिए आप खुद भी दिन भर स्मार्टफोन से चिपके रहने की आदत को बदलें और घर पर परिवार के साथ समय बितायें। घर पर बच्चों से उनकी पढ़ाई के बारे में बात करें और जितना समय घर पर रहें, बच्चों के साथ किसी-न-किसी गतिविधि में लगे रहें। इससे बच्चे धीरे-धीरे स्मार्टफोन से दूर होते जायेंगे और आपके साथ समय बिताना उन्हें अच्छा लगेगा।
बच्चे की रुचि का रखें ख्याल
हर बच्चे की किसी-न-किसी चीज़ में रुचि होती है। आप उसे डांस क्लास, स्पोर्ट्स क्लास, म्यूजिक क्लास, पेंटिंग क्लास या अन्य कोई एक्टिविटी ज्वॉइन करवा सकते हैं। इससे न केवल उसका स्किल बढ़ेगा, बल्कि स्मार्टफोन से दूरी भी बढ़ेगी।
बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करें
बच्चों को बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करें और उनके साथ खुद भी खेलें। इससे बच्चों का शारीरिक विकास भी होगा और आपको भी मज़ा आएगा। अगर बच्चे लगातार फोन पर लगे रहते है, तो उनका मूड पैटर्न में बदलाव होने लगता है और नई चीज़ें सीखने या ठीक से ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है। इसलिए बच्चों को बार खेलने के लिए प्रेरित करना ज़रूरी है।
बच्चों से कराएं रोज़मर्रा के काम
बच्चों को हम हर तरह की सुविधा देना चाहते हैं और उनसे कोई काम नहीं करवाते, यह तरीका गलत है। उनसे घरेलू कामों में भी कुछ-न-कुछ योगदान लें। इससे उन्हें अपनी ज़िम्मेदारियों का भी अहसास होगा और चीजों का महत्व भी पता चलेगा।
स्मार्टफोन नहीं, साधारण फोन दें
बच्चों को अगर सिर्फ इसलिए फोन देना है कि वह आपके साथ संपर्क में रहे, तो उन्हें स्मार्टफोन देने के बजाय साधारण फोन दें इसका दुरुपयोग होने की संभावना कम होती है।
बस, थोड़ी सी सावधानी और खुद में बदलाव लाकर हम बच्चों को न केवल स्मार्टफोन की लत से मुक्ति दिला सकते हैं, बल्कि उन्हें एक ज़िम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित भी कर सकते हैं।
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