जानिए क्या है आपकी भावनाएं – एकांत या अकेलापन

जानिए क्या है आपकी भावनाएं – एकांत या अकेलापन

अकेलापन सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है, तो एकांत आपके मानसिक विकास और मन की शांति के लिए अच्छा विकल्प होता है।
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क्या आपको लगता है कि आप लोगों से घिरे हुए हैं, आपके आस-पास कई लोग हैं जिनको आप दोस्त कह सकते हैं, लेकिन फिर भी आप अकेलापन महसूस करते हैं। अगर हां, तो परेशान मत होइए। अकेलापन एक ऐसी मानवीय भावना है, जिसका सामना ज़्यादातर लोगों ने अपने जीवन में कभी न कभी ज़रूर किया होगा। यह भावना हर व्यक्ति के लिए अलग तरह की होती है, क्योंकि इसके पीछे छिपे कारण भी हर व्यक्ति के लिए अलग होते हैं। जैसे किसी बच्चे को स्कूल में दोस्त बनाने में मुश्किल होती है, तो उसे अकेलापन महसूस होता है, तो वहीं कोई व्यक्ति अपने करीबी रिश्तेदार को खोकर अकेला महसूस कर सकता है। कुछ समय के लिए यह भावना हर किसी को महसूस होती है, लेकिन परेशानी तब हो सकती है जब आप इस भावना में डूबते जाएं और उभरने का रास्ता ही समझ न आ पाए।

ऐसी स्थिति में अकेलेपन की भावना आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती है। इससे बाहर आने के लिए आपको जल्द से जल्द किसी करीबी व्यक्ति का सहारा लेना चाहिए या चिकित्सक की सहायता लेनी चाहिए। लेकिन सबसे पहले आपके लिए यह जानना ज़रूरी है कि अकेलापन और एकांत में बहुत फर्क होता है।

क्या फर्क है अकेलेपन और एकांत में?

अकेलेपन में लोगों को खाली, अकेला और अवांछित महसूस होता है। जो लोग अकेले होते हैं, वे अक्सर दूसरे लोगों के साथ संपर्क के लिए तरसते हैं, लेकिन उनकी मनःस्थिति उन्हें दूसरे लोगों के साथ संबंध बनाना मुश्किल बना देती है। लोगों के अकेलापन महसूस करने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे: किसी रिश्ते से दूर हो जाना, किसी नई जगह चले जाना, डिवोर्स होना, किसी अपने को खो देना, शर्मीला स्वभाव होना आदि। 

तो वहीं, एकांत में लोग अपनी इच्छा से अकेले समय बिताना पसंद करते हैं। वे सकारात्मक सामाजिक संबंध बनाए रखते हैं और खुद के साथ समय बिताने के साथ-साथ दूसरों के साथ समय बिताने के बीच संतुलन रखते हैं। कई शोध बताते हैं कि एकांत के कई महत्वपूर्ण मानसिक स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जिसमें लोगों को बेहतर ध्यान केंद्रित करने और रिचार्ज होने जैसी चीज़ें शआमिल हैं।

एकांत
एकांत यानी खुद के साथ समय बिताना | इमेज : फाइल इमेज

अकेलेपन से होने वाले नुकसान

  • मादक पदार्थों का सेवन
  • मस्तिष्क कार्य में परिवर्तन
  • अल्ज़ाइमर रोग
  • असमाजिक व्यवहार
  • हृदय रोग एवम स्ट्रोक का खतरा
  • अवसाद
  • तनाव
  • खराब निर्णय लेना, आदि

कैसे खुद को दूर करें अकेलेपन से?

अकेलेपन की भावना एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को फैल सकती है। आप किसी अकेलापन महसूस करनेवाले व्यक्ति के साथ ज़्यादा समय बिताएंगे, तो आप भी अकेलेपन का शिकार हो सकते हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि अगर आप चाहें, तो खुद को ऐसी भावनाओं से बाहर निकाल सकते हैं। नीचे बताए गए विकल्पों को अपनाकर आप अकेलेपन से खुद को दूर कर सकते हैं।

  1. कम्युनिटी सर्विस यानि सामुदायिक सेवा या किसी दूसरी सेवा से जुड़ें।
  2. नेगेटिव भावनाओं से बचें और खुद के लिए सबसे अच्छी उम्मीद करें।
  3. ज़्यादा लोगों से दोस्ती करने से बेहतर है कम लोगों से करें लेकिन अच्छी दोस्ती करें।
  4. किसी भरोसेमंद व्यक्ति से अपने विचार साझा करें।
  5. अकेलेपन के संकेत समझें और उससे होने वाले नुकसान को जाने।

अगर आप अपने जीवन में अकेला महसूस करते हों, या खुद को दूसरों से कम आंकते हों, तो खुद से नज़रें मिलाइए और अच्छी संगत ढूंढकर लोगों से कनेक्शन बनाइए। अगर ज़रूरत लगे तो चिकित्सक की मदद लेने से बिलकुल भी मत हिचकिचाएं।

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