गर्मियों की कड़कती धूप के बाद, पंजाब के लोग सर्दियों और वसंत का इंतज़ार करते हैं। यह वो समय है जब सीज़नल अनाज, फल व सब्ज़ियां अधिक मात्रा में उपलब्ध होती हैं और पंजाब के ज़्यादातर घरों में तरह-तरह के भोजन बनाए जाते हैं। भारत के सभी खानों की तरह पंजाबी खाना भी मिठाई के बिना अधूरा होता है। लेकिन सर्दियों में बनने वाली मिठाइयां आमतौर पर अलग होती हैं। वे स्वस्थ और पौष्टिक होती हैं और सर्दियों में आपको गरमाहट देने के लिए सबसे अच्छी होती हैं।
आज हम आपको पंजाब के तीन विंटर डेज़र्ट्स की रेसिपी बताएंगे।
गजरेला या गाजर का हलवा
गाजर का हलवा या गजरेला पंजाब में इतना लोकप्रिय व्यंजन है कि इसे सर्दियों के दौरान बाजार में ठेले पर बेचा जाता है। खाने के तमाम स्टॉलों के बीच सर्दियों की एक रात में, गरमा गरम गाजर का हलवा देखते ही मन को तुरंत आराम मिल जाता है। गाजर का हलवा खाने वाले कुछ लोगों के लिए तो पहला निवाला लेते ही जैसे समय रुक सा जाता है, जबकि बाकि लोगों के लिए यह उनकी पुरानी यादें ताज़ा कर देता है। पूरी सर्दी, ताज़ी, रसीली और लंबी नारंगी गाजर सब्जी बाजारों में बेहद आसानी से मिल जाती हैं और उनसे हलवा बनाना लगभग हर उत्तर भारतीय घर में एक रस्म है। इस हलवे को धीर-धीरे बनाना बेहद महत्वपूर्ण है जो इसमें डली सामग्री के स्वाद को उभारने में मदद करता है और हलवे को सही टेक्स्चर भी देता है।
सामग्री
- ½ किलो छिली हुई गाजर, कद्दूकस की हुई
- 1 लीटर दूध
- 1 कप चीनी
- 3 बड़े चम्मच घी
- छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- 1 बड़ा चम्मच कटे हुए काजू
- 1 बड़ा चम्मच बादाम की कतरन
- 1 बड़ा चम्मच किशमिश
बनाने की विधि
- एक भारी भिगोने में दूध को मध्यम आंच पर उबाल लें।
- उबाल आने पर गाजर को दूध में मिलाएं और लगभर तीस मिनट या जब दूध गाढ़ा हो जाए, तब तक बीच-बीच में चलाते रहें।
- चीनी और इलाइची पाउडर मिलाएं और चलाएं। चीनी को भिगोने के तले पर लगने से बचाएं।
- अब 2 चम्मच घी हलवे में डालकर अच्छी तरह से मिलाएं।
- एक फ्राईपैन में एक चम्मच घी डालकर काजू व बादाम को गोल्डन-ब्राउन होने तक भूनें।
- अब इन्हें हलवे में डाल दें और धीमी आंच पर पांच मिनट के लिए पकाएं।
- गरमा गरम हलवे को परोसें।
आटे की पिन्नी
आटे से बने लड्डू, जिन्हें पिन्नियां भी कहा जाता है, पंजाब की खास मिठाई है। इसमें ढेर सारे ड्राई-फ्रूट्स और घी डाला जाता है, जो आपको सर्दियों में गरम रखता है। कैसा भी मौका हो, पंजाब का हर घर पिन्नियां बनाने का मौका ढूंढता है। भारत में किसी भी शुभ मुहूर्त पर मिठाई बांटी जाती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, शादी के कार्ड के साथ निमंत्रण के लिए लड्डूओं का डिब्बा भी दिया जाता है।
सामग्री
- 1 कप घी
- 1 कप साबुत गेहूं का आटा
- 1 छोटा चम्मच पिसी हुई इलायची
- 1 कप बारीक पिसी हुई चीनी
- 2 बड़े चम्मच दरदरे पिसे बादाम
बनाने की विधि
- भारी तले के या नॉन स्टिक पैन मे घी गरम कर लें।
- इसमें आटा मिलाएं और आठ से दस मिनट के लिए चलाते रहें।
- आटे को गोल्डन-ब्राउन होने पर गैस से उतार दें और ठंडा होने दें।
- इसमें पिसी हुई चीनी, इलाइची और बादाम डालें और अच्छी तरह से मिक्स कर लें।
- नींबू के साइज़ में मिक्सचर को बांट लें और सिलेंडर का आकार देकर एयर टाइट कंटेनर में रख दें।
- परोसने से पहले हर पिन्नी को हल्का गरम कर लें और थोड़ा सा तोड़ दें।
बेसन पंजीरी
पंजीरी एक उत्तर भारतीय व्यंजन है जिसे मुख्य रूप से सर्दियों के मौसम में खाया जाता है क्योंकि इसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री आपके शरीर को गर्म रखने में मदद करती है। यह व्यंजन विरासत से मिला है और पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता है। पंजीरी को गेहूं के आटे और सूजी या बेसन के साथ बनाया जा सकता है। आटे को घी में धीमी आंच पर भून कर उसमें मेवा मिला दिया जाता है। बेसन से बनी पंजीरी बेहद पौष्टिक होती है क्योंकि यह प्रोटीन, फास्फोरस, आयरन और कैल्शियम से भरपूर होती है।
सामग्री
- ½ कप घी
- 1 कप बेसन
- ¾ कप पिसी चीनी
- ½ कप भुने हुए बादाम, कटे हुए
- 2 बड़े चम्मच साबुत पिस्ता, भुने हुए
- ½ कप भुना हुआ मखाना
- ¼ छोटा चम्मच इलायची पाउडर
बनाने की विधि
- भारी तले की कड़ाई में घी डालकर मध्यम आंच पर रखें और इसमें बेसन डालकर गोल्डन-ब्राउन होने तक भूनें।
- जब इसमें खुशबू आने लगे और यह रेत के टेक्सचर का होने लगे, तो गैस बंद कर दें, चीनी मिलाएं और हल्का-हल्का चलाएं।
- इसमें बादाम, पिस्ता, पिसे हुए मखाने और इलाइची पाउडर मिलाएं। मिक्स्चर को अच्छी तरह मिला कर एयरटाइट डिब्बे में रख दें।
- परोसते हुए, जितनी चाहिए उतनी पंजीरी को माइक्रोवेव में गरम कर दें।
डॉ. दीपाली कंपानी सेहत और खाने से जुड़े लेखन की विशेषज्ञ है।
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