नई ज़िंदगी का तोहफा देकर गई हर्षिता
हर साल लाखों लोग मात्र इस वजह से मौत के मुंह में समा जाते हैं क्योंकि उन्हें कोई ऑर्गन डोनर नहीं मिल पाता। कभी ऑर्गन फेलियर, तो कभी एक्सीडेंट्स के कारण ऑर्गन ट्रांसप्लांट करना ज़रूरी हो जाता है और उसके बाद जान भी बच जाती है। बहुत कुछ ऐसी ही घटना पिछले दिनों इंदौर में देखने को मिली, जहां ब्रेन डेड घोषित 36 वर्षीय महिला हर्षिता कौशल के ऑर्गन्स से इंदौर और मुंबई के चार ज़रूरतमंद मरीज़ों को नई ज़िंदगी मिल गई। आंखें, किडनी, लीवर और लंग्स किए दान महिला की दोनों आंखें, लीवर, हार्ट, किडनी और लंग्स को डॉक्टर […]