जहां चाह है, वहां राह है
आपने अक्सर सुना होगा कि कोई व्यक्ति मोमबत्ती की रोशनी में पढ़कर इतने ऊंचे पद पर पहुंच गया, या फिर किसी ने मेहनत-मज़दूरी करके खुद अपने स्कूल या कॉलेज की फीस भरी। कौन होते हैं ये लोग? ये वो लोग होते हैं, जिन्होंने छोटी सी उम्र में कई परेशानियां देखी होती हैं, जिन के पास खोने के लिए कुछ नहीं होता और पाने के लिए सारा जहान होता है। कुछ ऐसा ही कारनामा किया है, एक किसान के बेटे अमृत मानेक ने और एविएशन के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए इस साल वह पद्मश्री अवॉर्ड के लिए नोमिनेट […]