हार गई दौलत, जीत गई ईमानदारी
आमतौर पर गरीबी को ऐसा अभिशाप माना जाता है, जो बड़े-बड़ों के ईमान को हिला देती है, लेकिन मुफलिसी के बावजूद अगर आपका ईमान नहीं डोलता है, तभी आप सच्चे व ईमानदार इंसान कहलाने के हकदार होते हैं। ईमानदारी की एक ऐसी ही मिसाल हावड़ा के 54 वर्षीय रिक्शा चालक मंटू साहा ने पेश की। रिक्शे की सीट के पीछे मिला था बैग दरअसल, मंटू को अपनी रिक्शा की सीट के पीछे 2.98 लाख रुपये मूल्य के हीरे और सोने के आभूषण और 60,000 रुपये की नकदी से भरा एक बैग मिला। यह बैग उसके रिक्शा में बैठी अंतिम सवारी […]