प्रतिभा की कोई उम्र नहीं
पिछली आधी सदी से प्लास्टिक हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। फर्नीचर से लेकर किराने की थैलियों तक, वाहन के पार्ट्स से लेकर खिलौनों तक, प्लास्टिक हमारे जीवन का एक ज़रूरी हिस्सा बन गया है। हालांकि हमारी ज़िंदगी में महत्वपूर्ण होने के बावजूद इसे बड़े विनाश और नुकसान के रूप में देखा जाने लगा है। क्या कहती है स्टडी ? अध्ययनों से पता चलता है कि हर साल लगभग 127 लाख टन प्लास्टिक कचरा समुद्र में जाता है। संयुक्त राष्ट्र के पर्यावरण कार्यक्रम का अनुमान है कि महासागरों में पहले से ही करीब 51 लाख करोड़ […]