ज़िंदगी की दौड़ में आगे निकलने के लिये सब इतनी तेज़ी से भाग रहे हैं कि चैन-सुकून के बारे में तो भूल ही गये हैं, साथ ही मन की शांति भी खोने लगे हैं। जीवन में आगे बढ़ना जितना ज़रूरी है, उतना ही मन को शांत रखना भी ज़रूरी है क्योंकि अगर आपका मन शांत होगा, तभी आप छोटी-छोटी चीज़ों में भी खुशियां महसूस करेंगे। इसका असर आपकी सेहत पर भी दिखने लगेगा।
शांत मन के फायदे
इंटेलीजेंस बढ़ाने में मददगार
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में की गई एक स्टडी के अनुसार, जिन लोगों ने माइंडफुलनेस मेडिटेशन (बिना जज किये, अपने विचारों और भावनाओं पर ध्यान देने और स्वीकार करने) का अभ्यास किया, उनके प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स की मोटाई में वृद्धि हुई। प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स इमोशन्स, प्लानिंग, डिसीजन मेकिंग और सामाजिक व्यवहार के लिये ज़िम्मेदार दिमाग का हिस्सा है। रेग्युलर मेडिटेशन से सिर्फ आठ हफ्तों में इस हिस्से को बढ़ाया जा सकता है, जिसका प्रमाण एमआरआई स्कैन में बढ़ा हुआ ग्रे पदार्थ दे सकता है।
आपके अंदर की करुणा बढ़ाने में मददगार
‘जर्नल साइकोलॉजिकल साइंस’ में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार ध्यान का अभ्यास करने से आपके अंदर करूणा की भावना को बढ़ाती है। एक दूसरी स्टडी से पता चला है कि यह मस्तिष्क को तब भी प्रभावित करती है, जब आप सक्रिय रूप से मेडिटेशन नहीं करते हो।

उम्र के साथ कमज़ोर याददाश्त को करती है कम
जिन लोगों का मन शांत रहता है, उनका दिमाग उम्र की परवाह किये बिना तेज़ और चंचल रहता है। एक स्टडी के मुताबिक दिन में केवल दस मिनट मेडिटेशन करने से उम्र संबंधी ‘कॉग्नेटिव डिकलाइन’ में भी भारी गिरावट देखी जा सकती है। इसको आप ऊपर बताये गये प्वॉइंट के साथ भी जोड़ कर देख सकते हैं कि जब आप मेडिटेशन करेंगे, तो आपके ब्रेन का ग्रे एरिया बढ़ेगा, जिससे आपका दिमगा यूथफुल, ऐक्टिव और अलर्ट रहेगा।
इम्यूनिटी भी होती है स्ट्रॉंग
आमतौर पर आपके इम्यून सिस्टम पर बेहद बोझ होता है। वह हर समय आसपास के कीटाणुओं से आपकी सुरक्षा करता रहता है। अगर आप अपना इम्यून सिस्टम स्ट्रॉंग करना चाहते है, तो आपको अपने मन को शांत रखना सीखना होगा। दरअसल स्ट्रैस आपके इम्यून सिस्टम का बैलेंस खराब कर देता है। इस वजह से आप जल्दी-जल्दी बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए अपने दिमाग को ट्रेन करें और किसी भी नेगेटिव सोच को दिमाग में जकड़े रखने की बजाय उसे मन से बाहर निकाल दें। इस बात का आपकी इम्यूनिटी पर गहरा और अच्छा असर पड़ेगा।
आप अपने मन को शांत रखने की कला आसानी से सीख सकते हैं। एक बार आपको छोटी-छोटी चीज़ों में भी अच्छाई दिखने लगी, तो आपकी आंतरिक खुशी की कोई सीमा नहीं होगी।
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