देश में कोरोना की दूसरी लहर ने हर किसी को बुरी तरह से प्रभावित किया है। बेड से लेकर ऑक्सीजन तक की कमी ने मरीजों की परेशानी बढ़ा दी है। संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है, जिसे रोकने के लिए विशेषज्ञ बार-बार टीकाकरण में तेज़ी लाने की बात कह रहे हैं, क्योंकि कोरोना को बढ़ने से रोकने का यही एकमात्र कारगर तरीका है। लेकिन आप यदि कोरोना का शिकार हो चुके हैं, तो क्या आपको तुरंत वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए या नहीं? इस सवाल का जवाब आगे है।
कोरोना वैक्सीन को लेकर एक्सपर्ट्स बार-बार सलाह दे रहे हैं कि वैक्सीन असरदार है और हर किसी को लगवानी चाहिए। फिलहाल संक्रमण की बढ़ती दर को देखते हुए 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने की इजाज़त भी दे दी गई है, हालांकि अभी देश में वैक्सीन की कमी है। मगर आम लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर कई तरह के सवाल है जिसमें सबसे ज़्यादा असमंजस की स्थिति इस बात को लेकर है कि कोरोना से ठीक होने के बाद क्या तुरंत वैक्सीन लगवानी चाहिए या थोड़ा इंतज़ार करना चाहिए?
90 दिन बाद लगवाएं
भारत में भी डॉक्टर और विशेषज्ञ कोरोना मरीजों को ठीक होने के 6 से 8 हफ्ते बाद वैक्सीन लगवाने की सलाह दे रहे हैं। वहीं अमेरिका की सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल और प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक, किसी व्यक्ति को कोरोना पॉजिवट होने के दिन से 90 दिनों बाद वैक्सीन लेनी चाहिए, यदि उसे अभी तक एक भी डोज नहीं लगी है।
जबकि यदि कोई वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद संक्रमित होता है तो वह समय पर दूसरी डोज ले सकता है, बशर्ते वह क्वारांटाइन में न हो और न ही उसमें कोरोना के कोई लक्षण होने चाहिए। लक्षण दिखने पर वैक्सीन के लिए थोड़ा इंतज़ार करें।
कोरोना से ठीक होने के बाद भी क्यों ज़रूरी है वैक्सीन?
सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल और प्रिवेंशन (CDC) का कहना है कि कोरोना से ठीक होने के बाद मरीज में वायरस के प्रति कुदरती एंटीबॉडी या इम्यूनिटी बन जाती है, लेकिन यह इम्यूनिटी कितने दिनों तक बनी रहेगी इस बारे में अभी तक स्पष्ट रूप से कुछ पता नहीं चल सकता है। इसलिए कोविड-19 से ठीक होने के बाद अपनी इन्यूनिटी को मज़बूत करने के लिए वैक्सीन लगवानी ज़रूरी है। इससे इम्यूनिटी लंबे समय तक बनी रहेगी। यही नहीं जिन लोगों की कोविड-19 के लिए एंटीबॉडी थेरेपी हुई है उन्हें भी कम से कम 90 दिनों बाद ही टीका लगवाना चाहिए।
लक्षण दिखने पर न लगाएं वैक्सीन
विशेषज्ञों की सलाह है कि यदि आपको कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव है तब भी वैक्सीन न लगवाएं। क्योंकि कई बार रिपोर्ट फॉल्स निगेटिव यानी पॉजिटिव होने पर भी निगेटिव रिपोर्ट आती है। ऐसे में ज़रूरी है कि मरीज़ अपने लक्षणों पर नजर बनाए रखें और कोविड के कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही वैक्सीन का फैसला करें।
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