गर्मी के मौसम में मैं क्या, कई लोग खुली और हवादार जगह ढ़ूंढते हैं, ताकि गर्मी कम लगे। अक्सर मैंने लोगों को बढ़ती गर्मी के साथ उनके मूड को भी बदलते देखा है। फिर चाहे वह बस, ट्रेन या कोई भीड़भाड़ की जगह क्यों न हो। अब… आज का ही दिन ले लो, जब मैं ट्रेन से सफर कर रही थी, तो उसमें दो औरते आपस में इस बात को लेकर बहस कर रही थी कि उन्हे पंखे की हवा नहीं लग रही। उनके इस चिड़चिड़ेपन के कारण वहां खड़े बाकी लोग परेशान हो रहे थे। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि गर्मी में लोग ज़्यादा ही परेशान होने लगते हैं। आखिर क्यों ऐसा होता है कि मौसम का पारा चढ़ने के साथ ही हमारा पारा भी बढ़ने लगता है।
गर्मी में क्यों होता है मूड खराब ?
बढ़ती गर्मी और उमस के कारण इंसान शारीरिक रूप से असहज महसूस करता है। शरीर में कुछ पोषक तत्वों और विटामिन की कमी होने लगती है। बढ़ते तापमान में शरीर से निकलने वाले पसीने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे डिहाइड्रेशन, हीटस्ट्रोक या ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इसके कारण व्यक्ति सुस्त और थका हुआ महसूस करता है साथ ही इसका असर व्यक्ति के मूड पर भी साफ दिखाई देने लगता है।
एसएडी भी एक कारण
मौसम में बदलाव आते ही इसका असर मन और शरीर दोनों पर देखने को मिलता है। जैसे गर्मी का मौसम आते ही कुछ लोग बीमार हो जाते हैं। ऐसा आमतौर पर सर्दियों के मौसम में होता है, जिसे सीज़नल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD) एसएडी के नाम से जाना जाता है। इस तरह के ज़्यादातर मामले सर्दियों से संबंधित होते हैं क्योंकि दिन छोटे होते हैं, रातें ठंडी होती हैं, कम धूप होती है और इसमें प्रभावित व्यक्ति उदास और थका हुआ रहता है। हालांकि कुछ लोगों में एसएडी का असर गर्मियों में भी देखने को मिलता है और उनके लक्षण कई बार सर्दियों से अलग होते हैं।
जैसे चार तरह के मौसम है, वैसे ही मौसम से प्रभावित होने वाले व्यक्तितिव भी चार तरह के है –
गर्मी के मौसम को पसंद करने वाले लोग – वे जो गर्मी आने पर बहुत खुश होते हैं और चाहे कितनी ही गर्मी क्यों न हो, सूर्य की रोशनी का आनंद लेते हैं।
गर्मी से नफरत करने वाले – गर्मी के मौसम को पसंद नहीं करते और गर्मी के कारण बार-बार गुस्सा आता रहता है।
बारिश के मौसम से दूर रहने वाले – जिन्हें बारिश में भीगना पसंद नहीं, ऐसे लोग धूप से भरे दिनों में ज़्यादा खुश रहते हैं।
मौसम से अप्रभावित – मौसम में बदलाव आने परये लोग काफी हद तक अप्रभावित रहते हैं।
लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप मौसम को अपने मूड को प्रभावित होने दे। अभी भी कई तरीके हैं जिससे आप गर्मी का मुकाबला कर सकते हैं और अपनी एनर्जी बचा सकते हैं।
पानी पीते रहे
गर्मी के मौसम में खराब मूड से बचना है, तो शरीर में पानी की मात्रा कम न होने दें। रोज़ाना 8 गिलास पानी पिएं और इसके लिए अपने साथ पानी की बोतल साथ रखें।
अच्छी और गहरी नींद
दिनभर के गर्मी से राहत पाने के लिए और मन को शांत करने के लिए सोने से पहले मेडिटेशन करें। इससे आपका मन शांत होगा और गर्मी का असर आपके मूड पर नहीं पड़ेगा। मन और शरीर दोनों को हेल्दी रखने के लिए हर दिन कम से कम 10 मिनट मेडिटेशन करें।
मौसम का आनंद लें
गर्मी का मतलब है यह नहीं कि खुद को घर में बंद रखें। बाहर समय बिताएं, कुछ ऐसा करें जो आपके मूड को बेहतर बनाएं। अपने मूड को बेहतर बनाने के लिए जब भी संभव हो छाया, एयर-कंडीशनिंग और इनडोर जगहों की तलाश करें। अपने शरीर के तापमान को कम करने के लिए एक ठंडे पानी की बोतल को संभाल कर रखें और अपनी त्वचा और चेहरे को सुरक्षित रखने के लिए टोपी, हल्के कपड़े और धूप के चश्मे का उपयोग करें।
गर्मी से बचने के लिए ज़रूरी है कि खुद को मौसम के अनुसार सेहतमंद बनाएं।
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