क्यों मिट्टी के घड़े में पानी पीना है सेहतमंद?

क्यों मिट्टी के घड़े में पानी पीना है सेहतमंद?

मिट्टी के घड़े में रखा पानी गले की खराश से लेकर लू लगने तक से करता है बचाव
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पीढ़ियों से घरों में मिट्टी के बर्तन यानी घड़े का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन शहरों में इसका इस्तेमाल घटत जा रहा है। फिर भी कुछ लोग ऐसे है, जो आज भी मिट्टी के बर्तन में पानी पीते हैं। मिट्टी की भीनी- भीनी खुश्बू के कारण घड़े का पानी पीना अच्छा लगता है। मिट्टी के बर्तन में पानी रखना स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें रोगों से लड़ने की क्षमता तो होती है, साथ ही बीमारियां भी दूर होती है। आइये जानते हैं, मिट्टी के घड़े में पानी पीने के फायदों के बारे में – 

पाचन रखें बेहतर  

प्लास्टिक की बोतलों में भर कर रखें पानी में भारी मात्रा में अशुद्धियां जमा होती हैं। ऐसे में यह पानी सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। इससे बचने के लिए रोज़ाना घड़े का पानी पीना फायदेमंद होता है। घड़े में रखा पानी कई दिनों तक स्टोर करके भी पिया जा सकता है। इसके सेवन से मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ने में मदद मिलती है, जिससे पाचन तंत्र सही रहता है।

प्राकृतिक ठंडापन

मिट्टी के घड़े की खासियत है कि इसमें रखा पानी ठंडा रहता है। इसका बड़ा कारण यह है कि मटके में छोटे-छोटे छेद मौजूद होते हैं, जो मटके की सतह को  हमेशा नम बनाए रखते हैं। इससे मटके के अंदर का पानी प्राकृतिक तरीके से ठंड़ा रहता है। गर्मियों में मटके के इस ठंडे पानी से प्यास तो बुझती ही है, साथ ही यह शरीर को भी नम बनाएं रखते हैं।

मटके में नमी के कारण रहता है पानी ठंड़ा
मटके में नमी के कारण रहता है पानी ठंड़ा | इमेज : फाइल इमेज

दूषित तत्वों को सोखने की क्षमता

मिट्टी के बर्तन में विषैले तत्त्वों को सोखने की शक्ति होती है, जिससे ये पानी को साफ और पीने लायक बनाती है। इसके अलावा मिट्टी के घड़े में भरा पानी बिलकुल सही तापमान में रहता है। यह पीने में न ज़्यादा ठंडा होता है और न ही ज़्यादा गर्म रहता है।

पानी में पीएच संतुलित 

मिट्टी में क्षारीय गुण मौजूद होते हैं। इस तरह यह पानी की अम्लता के संपर्क में आकर सही पीएच संतुलित करने में मदद करता है। इसके साथ ही पेट से जुड़ी समस्याएं से राहत मिलती है।

गले को ठीक रखें

कई लोगों को ज़्यादा ठंडा पानी पीना भले अच्छा लगता है। मगर इसके सेवन से गले की कोशिकाओं का तापमान अचानक से नीचे को गिर जाता है। इसके कारण गला खराब, सूजन की शिकायत होने के साथ शरीर के बाकी अंगों पर भी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में फ्रिज की जगह घड़े का पानी पीना चाहिए। यह शरीर को किसी भी तरह की हानि नहीं पहुंचाता इसके साथ ही सेहतमंद बनाए रखने में मदद करता है। 

लू को रोकने में मदद करें

लू के कारण शरीर का तापमान बढ़ने लगता है। इससे आपको चक्कर आ सकते हैं। ऐसे में शरीर के तापमान को कम करने के लिए घड़े का पानी लाभदायक हो सकता है। मिट्टी के घड़े में रखा पानी ठंडा होता है, जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है। मिट्टी में पाए जाने वाले मिनरल्स पानी में भी मिल जाते हैं, जो पसीने के माध्यम से शरीर से बाहर निकलने वाले मिनरल्स की कमी को पूरा करने में सहायक साबित होते हैं।

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