मानवता की सच्ची सेवा है अंगदान

मानवता की सच्ची सेवा है अंगदान

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आपके अंगदान से किसी को जीवनदान मिल सकता है। अंगदान की वजह से ही कर्नाटक के दो भाइयों ने वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर मिसाल पेश की है। एक भाई ने दूसरे भाई को किडनी दान की थी और एक किडनी की बदौलत ही दोनों गोल्ड जीतने में कामयाब रहें।

इग्लैंड में हाल ही में हुये वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में कर्नाटक के दो भाइयों डॉ. अर्जुन श्रीवास्तव और अनिल श्रीवास्तव ने गोल्ड मेडल जीता। अनिल ने 2014 में अपने भाई अर्जुन को एक किडनी दान की थी। जिसके बाद दोनों ने एक साथ इस खेल में हिस्सा लिया। दरअसल, यूके में आयोजित होने वाले इन खेलों का मकसद अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाना है।

क्यों ज़रूरी है अंगदान?

दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जो ऑर्गन फेलियर या एक्सिडेंट में अपना कोई अंग खो देते हैं और फिर कभी सामान्य जीवन नहीं जी पाते। इतना ही नहीं लाखों लोगों की मृत्यु सिर्फ इसलिये हो जाती है क्योंकि उन्हें समय पर ऑर्गन नहीं मिल पाते। यदि हर कोई मानवता के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी समझते हुये अंगदान का संकल्प लें, तो बहुतों के अंधेरे जीवन में रोशनी बिखर जायेगी।

मानवता की सच्ची सेवा है अंगदान
अंगदान करें ज़रुर | इमेज : फाइल इमेज

कोई भी कर सकता है अंगदान

कोई भी इंसान अपनी इच्छा से अंगदान कर सकता है, बस कैंसर, डायबिटीज जैसी बीमारी वाले लोग अंगदान नहीं कर सकते हैं। अंगदान के लिये उम्र भी कोई मायने नहीं रखती है।

ऐसे करें अंगदान

यदि आपने अंगदान का निर्णय ले लिया है, तो ऐसी सुविधा प्रदाने करने वाले एनजीओ या अस्पताल में जाकर अंगदान कर सकते हैं। इसके लिए एक फॉर्म भरना होगा और बताना होगा कि आप मरने के बाद अपने शरीर के कौन-कौन से अंग दान करना चाहते हैं। अस्पताल या एनजीओ की ओर से आपको एक कार्ड दिया जायेगा। आप चाहें तो किसी रिश्तेदार को अपने अंगदान की इच्छा के बारे में बता सकते हैं, ताकि आपके दुनिया से जाने के बाद आपके अंगों को वह किसी ज़रूरतमंद को देने के लिए अस्पताल या संस्था से संपर्क करे। अंगदान की प्रक्रिया को एक निश्चित समय में ही पूरा करना होता है, क्योंकि ज़्यादा देर होने पर अंग खराब होने लगते हैं।

अंगदान के प्रति सोच करें सही

– अंगदान को लेकर हमारे देश में जागरुकता की कमी है, लोगों की इसकी असल अहमियत नहीं पता है।

– आपके जाने के बाद आपके अंग से किसी को जीवनदान मिल सकता है या किसी के अंधेरे जीवन में रोशनी बिखर सकती है, इससे बड़ा पुण्य का काम भला और क्या होगा।

– इस दुनिया से जाने के बाद भी आपकी आंखें दुनिया देख पाएंगी, दिल धड़कनों को महसूस कर सकता है।

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