किडनी फेलियर एक ऐसी स्थिति है जिसमें किडनी शरीर से हानिकारक पदार्थ और रक्त से टॉक्सिन निकालना बंद कर देती है। चिकित्सा विज्ञान में इस स्थिति से निपटने के लिए डायलसिस किया जाता है। मॉर्डन साइंस के साथ ही आर्युवेद में भी इस बीमारी का इलाज है। वैसे बेहतर होगा कि आप पहले से ही सावधानी बरतें ताकि इस समस्या से बचा जा सके।
कारण
- किडनी में ब्लड फ्लो कम होना
- गंभीर डिहाइड्रेशन
- क्रॉनिक बर्न्स
- लीवर की समस्या
- हार्ट डिसीज
- डायबिटीज़
- शरीर में रक्त की कमी
इलाज में मददगार हर्ब्स
- पुनर्नवा
- कांसनी
- वरुण
- गोकशुर
- पलाश
- रक्त चंदन
घरेलू उपचार
- पूरे दिन पानी के अलावा अन्य तरल पदार्थ पीकर खुद को हाइड्रेटेड रखें, लेकिन शाम के समय तरल पदार्थ का सेवन कम कर दें ताकि किडनी पर अतिरिक्त दवाब न पड़ें।
- मांसाहारी आहार में एनिमल प्रोटीन बहुत अधिक मात्रा में होता है जो किडनी में स्टोन बनने की संभावना को बढ़ा सकते हैं, इससे अंगों पर अतिरिक्त दवाब पड़ता है। रिसर्च में पाया गया है कि शाकाहारी आहार खाने वालों को फेलियर का खतरा कम रहता है।
- दूध वाली चाय की बजाय हर्बल टी पिएं। किडनी के मरीजों के लिए नेटल लीफ टी बहुत फायदेमंद होती है। इसके अलावा धनिया, थाइम और सौंफ की चाय पीने से उल्टी और मिलती की समस्या नहीं होगी, जो आमतौर पर किडनी फेलियर की स्थिति में होती है।
- खाने में तेल की मात्रा बिल्कुल सीमित रखें। कोशिश करें कि ज़्यादातर उबली हुई चीज़ें ही खाएं।
- एक साथ ज़्यादा खाने से बचें। दिन में 2-3 बार भारी आहार लेने से बचें।
- फूलगोभी, मूली, लौकी, शिमला मिर्च, सेब, पपीता, नाशपाती आदि अधिक खाएं।
- सभी डेयरी उत्पादों का सीमित सेवन करें।
- शरीर को डिटॉक्स करने के लिए नारियल पानी और एलोवीरा बेहतरीन होते हैं।
- तुलसी इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाती है, इसलिए सुबह उठकर खाली पेट तुलसी की कुछ पत्तियां चबाएं।
इन छोटे-छोटे कदमों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचा सकता है।
और भी पढ़िये : सही तरीके से सांस लेने के 6 आसान तरीके
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर भी जुड़िये।