क्या आप भीड़-भाड़ वाली सड़क पर गाड़ी चलाते हैं और जाने अनजाने में खुद को स्ट्रैस दे देते हैं। अगर हां, तो आप माइंडफुल ड्राइविंग कर सकते हैं, जिसे अपनाकर आप अपनी मंज़िल पर शांत मन से पहुंचेंगे और ज़रूरी कामों को एक ताज़े दिमाग के साथ करना शुरु करेंगे।
माइंडफुल ड्राइविंग करने का ये कतई मतलब नहीं है कि आप अपनी कार को ऑटो-मोड पर डाल कर मेडिटेशन करने लगें, बल्कि इसका मतलब है कि आप अपने आसपास की चीज़ों पर ध्यान दें।
चलिए आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं जिनकी मदद से आप माइंडफुल ड्राइविंग करना सीख सकेंगे।
म्यूज़िक बंद कर दें और खामोशी को महसूस करें
पहली बार आपको खालीपन सा महसूस होगा, लेकिन अगर आपने ऐसा करना सीख लिया तो यह खामोशी आपको आज़ादी देगी, आज़ादी इस खालीपन को अपनी मर्ज़ी के विचारों और आसपास की जानकारियों से भरने की। यह प्रक्रिया आपके मन को शांत और दिमाग को केंद्रित रखने में मदद करेगी।
रफ्तार धीमी करें
खुद से पूछें कि क्या आप किसी रेस में हैं? अगर नहीं, तो इतनी जल्दी किस बात की है। समय से निकलें और आराम से ड्राइव करें, यकीन मानिए कि आपकी ड्राइव बेहद सुकूनमय हो जाएगी। अपनी मंज़िल पर शांत मन से पहुंचना ज़्यादा ज़रूरी है, बजाय इसके कि आप जल्दीबाज़ी में हैरान-परेशान होते हुए पहुंचे। आराम से ड्राइव करें और आसपास के खूबसूरत पेड़-पौधे और रंग-बिरंगे फूलों की खूबसूरती देखें।
अपने नज़रिए पर ध्यान दें
याद रखिए कि यह ड्राइव केवल एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए है, इसलिए आपको किसी की रफ्तार से होड़ करने की ज़रूरत नहीं है। अपने आस-पास के ट्रैफिक पर ध्यान दीजिए।
अपनी भावनाओं को समझिए
जब कोई आपके सामने से अचानक कट मार देता है, तो आप किस तरह से रिऐक्ट करते हैं। खुद के एक्शन पर ध्यान दें कि क्या आप येलो सिग्नल पर अपनी रफ्तार तेज़ कर लेते हैं, या फिर लाल बत्ती होते ही आपका हाथ फोन पर पहुंच जाता है। ड्राइव करते समय खुद पर नज़र रखें।
इन बातों पर ध्यान देकर आप न केवल माइंडफुल होंगे, बल्कि एक बेहतर ड्राइवर भी बनेंगे, क्योंकि अब आपका ध्यान उन बातों पर भी जाएगा, जिनसे आपके आस-पास के लोगों को फर्क पड़ता है।
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