वैश्विक टेक्सटाइल प्रोडक्शन का 40 फीसदी हिस्सा कॉटन है, लेकिन यहां सोचने की ज़रूरत है कि क्या इनका उत्पादन नैतिक तरीके से होता है?
करीब 7000 सालों से कॉटन यानी सूती कपड़ों का इस्तेमाल हो रहा है और इस बात में कोई दो राय नहीं है कि यह हर मौसम में बहुत आरामदायक रहता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जूट धरती का सबसे प्यासा पौधा है? एक टीशर्ट बनाने में 2700 लीटर और आपकी फेवरेट एक जोड़ी जींस के लिए 7,600 लीटर पानी की ज़रूरत होती है। बावजूद इसके ऑर्गनिक कॉटन की मांग लगातार बढ़ रही है और कई ब्रांड्स इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। चलिए बताते हैं इसका क्या मतलब है और आपको इससे बने कपड़े ही क्यों इस्तेमाल करने चाहिए।
कपास की खेती का प्रभाव
कपास दुनिया भर के करीब 25 करोड़ लोगों की आजीविका का साधन है। जबकि विकासशील देशों में लगभग 7 प्रतिशत लोग इस इंडस्ट्री में काम करते हैं। सिर्फ एक किलो कपास का उत्पादन करने के लिए लगभग 10,000 लीटर पानी की ज़रूरत होती है। यह पर्यावरण के लिए हानिकारक है क्योंकि कपास के उत्पादन में केमिकल और पेस्टीसाइड्स का इस्तेमाल होता है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक है।
ऑर्गेनिक या स्थायी कपास
जब हम ऑर्गेनिक या स्थायी कपास की बात करते हैं, तो इसका मतलब ऐसे कपास से है, जिसके उत्पादन में किसी ऐसी सामग्री का इस्तेमाल नहीं होता जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचे। इस तरह से कपास के उत्पादन में पेस्टीसाइड्स और मिट्टी का उपजाऊपन बढ़ाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता, बल्कि कुदरती रूप से मिट्टी को उपजाऊ बनाया जाता है, जिससे नदियों और ताजे पानी के स्रोतों को नुकसान नहीं पहुंचता।
आज के समय ऑर्गेनिक कॉटन बड़े पैमाने पर कई ब्रांड्स द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। इसके बावजूद इस दिशा में जागरूकता फैलाने की ज़रूरत है, क्योंकि कॉटन की ज़्यादा खेती विकासशील देशों में ही होती है। समय की ज़रूरत है कि किसानों ऑर्गेनिक कॉटन की खेती के फायदों के बारे में बताया जाए।
चलिए आपको कुछ इंडियन ब्रांड्स के बारे में बताते हैं जो ऑर्गेनिक कॉटन का इस्तेमाल करते हैं।
नो नास्टिज़
ये किसानों और पौधों से प्यार करते हैं, तभी तो इनके कपड़े ऑर्गेनिक कॉटन से बने होते हैं। ये महिलाओं, पुरूषों और बच्चों के ढेरों उत्पाद पूरी दुनिया में पहुंचाते हैं, वह भी बिना शिपिंग चार्ज के।
अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट देखें- No Nasties
रनअवे बाईसाइकल
यह फैशन और होम डेकोर लेबल है, जो जब जगह ऑर्गेनिक चीज़ों का इस्तेमाल करता है। यह मुख्यत महिलाओं से जुड़ा ब्रांड है, जो ऑर्गेनिक कॉटन के लिए बेटर कॉटन इनिशिएटिव द्वारा सर्टिफाइड है।
अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट देखें – Runaway Bicycle
सत्व
संस्कृत में इस शब्द का मतलब होता है शुद्ध और यह ब्रांड इसी फिलॉसिफी के आधार पर कपड़े बनाता है ऑर्गेनिक कॉटन से।
अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट देखें- Satva
तो अगली बार कपड़ों की शॉपिंग के समय उन्हीं ब्रांड से खरीददारी करें, जो ऑर्गेनिक कॉटन का इस्तेमाल करते हैं। यह पर्यावरण और किसानों के हित में होगा।
और भी पढ़िये : चेहरा गया लेकिन हिम्मत और हौसले नहीं, यह है मन की खूबसूरती
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।