दूध चाहे आप डेयरी से लाते हों या पैकेट का, लाने के बाद पहला काम करते हैं इसे उबालने का ताकि दूध फटे नहीं। लेकिन आजकल शहरों में, खासतौर पर सिंगल रहने वाले लोग पैकेट का दूध बिना उबाले ही पी लेते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि दूध को उबालना चाहिए या नहीं? और क्या बिना गर्म किए दूध पीने पर किसी तरह का नुकसान होता है?
क्यों ज़रूरी है दूध को उबालना?
सबसे पहले बात करते हैं दूध को उबालने की, तो जानकारों की मानें तो पाश्चुरीकृत दूध को बिना गर्म किए पीने में भी कोई हर्ज नहीं है क्योंकि पैक करने के पहले इसके एक निश्चित तापमान पर गर्म किया जाता है जिससे इसमें मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं, तो आप यदि सुरक्षा के लिहाज से पाश्चुरीकृत दूध को उबालते हैं, तो ऐसा करने की कोई ज़रूरत नहीं हैं। लेकिन आप यदि डेरी से कच्चा दूध ला रहे हैं तो इसे भूलकर भी बिना गर्म किए न पिएं। क्योंकि इसमें हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं जिससे बैक्टीरियल इंफेक्शन का डर रहता है। कच्चे दूध को चाहे आप सीधे पीना चाहते हैं या इससे कुछ और बनाएं, लेकिन पहले इसे उबालना ज़रूरी है।
कैसे उबालना चाहिए दूध?
आप सोच रहे होंगे कि भला दूध उबालना कौन-सी बड़ी बात है, लेकिन शायद आपको नहीं पता कि अधिक तापमान पर या अधिक समय पर दूध उबालने से पोषक तत्व प्रभावित होते हैं यानी दूध की कुछ पौष्टिकता खत्म हो जाती है, इसलिए इसे सही तापमान पर और सही समय तक गर्म करना ज़रूरी है।
- दूध को भी तेज़ आंच पर न उबालें, बल्कि मध्यम आंच पर ही गर्म करें
- दूध को बीच-बीच में चलाते रहें ताकि वह बर्तन के तले में चिपके नहीं। इससे दूध के सारे पोषक तत्व भी अलग-अलग नहीं होते हैं।
- जैसे ही दूध के किनारों से और बीच से भी थोड़े बबल (उबाल) आने लगे तो गैंस बंद करें।
- ज़्यादा देर तक पकाने से पोषक तत्व कम हो जाते हैं।
उबले दूध के फायदे
- उबले दूध में शॉर्ट और मीडियम चेन फैटी एसिड होता है। शॉर्ट चेन फैट कोशिकाओं को ऊर्जा प्रदान करने के साथ ही आंत को स्वस्थ रखते हैं और कोलन कैंसर के खतरे को घटाते हैं। कुछ अध्ययन केम ताबिक शॉर्ट चेन फैट शरीर का वज़न, ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में मदद करता है।
- आपका शरीर मीडियम चेन फैट्स को दूसरे फैट की तुलना में अलग तरीके से मेटाबोलाइज़ करता है। आपका शरीर फैट जल्दी अवशोषित करके ऊर्जा के रूप में इसका इस्तेमाल करता है।
- दूध उबालने से प्रोटीन और लैक्टोज़ के स्तर में बदलाव आता है, जिससे उन लोगों के लिए दूध पचाना आसान हो जाता है जिन्हें प्रोटीन और लैक्टोज़ से एलर्जी है।
उबले दूध के नुकसान
- पोषक तत्व कम हो जाते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, दूध को अधिक देर तक उबालने पर इसमें मौजूद बी विटामिन 24 फीसदी तक कम हो जाते हैं। इतना ही नहीं प्रोटीन की मात्रा भी कम हो जाती है।
- मेलार्ड रिएक्शन की वजह से उबले दूध के स्वाद और गुणवता में भी बदलाव आता है।
दूध के पोषक तत्व
1 कप (237मिली.) दूध में पोषक तत्वों की मात्रा –
कैलोरी- 146
प्रोटीन- 8 grams
कार्बोहाइड्रेट- 11.4 grams
फैट- 8 grams
कैल्शियम- 300 mg
विटामिन डी- 2.68 mcg विटामिन बी 12- 1.32 mcg
तो अब आप जब भी दूध उबालें, सही तरीके का पालन करें।
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