जहां भारतीय सरकार ‘स्वच्छ भारत अभियान’ पर पूरा ज़ोर दे रही है, वहीं एक ऐसा नागरिक भी है, जिसने देश में स्वच्छ भारत अभियान के बारे में जानकारी फैलाने के लिए अपनी ड्रीम जॉब छोड़ कर कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक 3800 किलोमीटर पैदल यात्रा की।
बेंगलूरु के सुरेश डैनियल सिंगापुर की होटेल मैनेजमेंट इंडस्ट्री में काम करते थे। वह रोज़ अपने ऑफिस पैदल जाते समय वहां की स्वच्छता और सुंदरता देखकर अपने देश के बारे में सोचा करते थे। उन्हें हर बार यही लगता था कि थोड़ी सी जागरुकता से उनके देशवासी भी देश की स्वच्छता में योगदान दे सकते हैं। इसलिए उन्होंने बिना दोबारा सोचे अपनी नौकरी छोड़ दी और देश वापस आ गये।
2017 में लौटे सुरेश
साल 2017 में देश वापस आकर सुरेश ने हर दिन लोगों को ट्रेनिंग देनी शुरु की। उनका मिशन है कि देशवासी पर्यावरण में हो रही गिरावट को समझे और स्वच्छ भारत अभियान को अपनायें। शुरु में वह अपने कंधों पर पांच किलो का बैग टांगकर यात्रा करते थे, जिसे बाद में उन्होंने दस किलो तक बढ़ा दिया था। इस बैग में वह ज़रूरत के सामान के साथ, कॉटन के बैग्स और पौधे उगाने की सामग्री रखते थे। उनका लक्ष्य हर दिन 25 किलोमीटर पैदल चल कर रास्ते में मिलने वाले लोगों को जागरुक करना था, जिन्हें वह पास की नर्सरी से लिए हुए पौधों के साथ-साथ इस्तेमाल के लिए कॉटन बैग भी गिफ्ट करते थे।
कई राज्य किए पार
सुरेश ने तमिलनाडु से चलकर कर्नाटक होते हुए आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और पंजाब तक का रास्ता तय किया और अंत में वह जम्मू-कश्मीर पहुंचे। जिस वक्त वह जम्मू-कश्मीर पहुंचे, तो उनको पुलवामा अटैक के बारे में खबर मिली। वह उस वक्त उस जगह से केवल 100 किलोमीटर दूर थे, इसलिए ऑफिशियल्स ने उन्हें लौट जाने को कहा।
कहां रहे यात्रा के दौरान?
सुरेश डैनियल अपनी 3800 किलोमीटर की लंबी यात्रा के दौरान स्कूल, पंचायत, रेलवे स्टेशन, पुलिस स्टेशन और दूसरी सरकारी इमारतों में रुके। इस यात्रा को उन्होंने पिछले साल 27 जून को शुरु किया था, जो हाल ही में पूरी हुई।
उनके इस हौसलें को हमारा सलाम।
इमेज: फेसबुक
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