चार साल का रेहान हर बार खाने की प्लेट को देखकर नाक भौंह सिकोड़ने लगता है और अजीब-अजीब मुंह बनाकर मां से कहता है इसका कितना गंदा टेस्ट है। फल, सब्जियों से लेकर दाल-चावल तक उसे कुछ पसंद नहीं आता। उसे पसंद है, तो बस पिज्जा, बर्गर और पेस्ट्री। ये समस्या सिर्फ रेहान की ही नहीं, आजकल के ज़्यादातर बच्चे ऐसे ही खाने को लेकर ऐसा ही बिहेव करते है। लेकिन परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, थोड़ी सी स्मार्टनेस दिखाकर आप अपने बच्चों में हेल्दी ईटिंग हैबिट डाल सकती हैं।
- सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि बच्चों को एक ही चीज़ रोज़ाना न दें, इससे वह जल्दी बोर जाते हैं। यदि एक दिन उन्होंने गाजर का हलवा खा लिया, तो डेली वही बनाकर न दें। खाने में वैरायटी रखें।
- हरी सब्ज़ियां बच्चे बिल्कुल खाना पसंद नहीं करते, तो सब्जी को ऐसे ही बनाने की बजाय उसका परांठा बना दीजिए या खिचड़ी में मिक्स कर दीजिए या फिर चावल फ्राई करते समय उसमें ढेर सारी हरी सब्ज़ियां डाल दें।
- आप सैंडविच में भी ढ़ेर सारी सब्ज़ियां डालकर उसे हेल्दी बना सकती हैं।
- बच्चों को यदि कोई चीज़ देखने में अच्छी लगती है, तो उसे ज़रूर खाएंगे, इसलिए आप जो भी खाना बना रही है, उसे अच्छी तरह से डेकोरेट करके प्लेट में सर्व करिए।
- यदि कोई चीज़ पहली बार आप दे रही हैं और बच्चा खाने से मना करता है, तो उसके साथ ज़बरदस्ती न करें, बल्कि कुछ दिन के बाद वही चीज़ फिर से दे। बच्चों का मूड बदलता रहता है। आज जो चीज़ उन्हें पसंद नहीं आ रही, हो सकता है कि चार-पांच दिन बाद वही अच्छी लगे।
- फ्रूट्स को सिंपल तरीके से काटने की बजाय डिज़ाइन में काटकर किसी खूबसूरत से बाउल या प्लेट में दे, इससे बच्चा उसे ज़रूर खाएगा।
- खाना हमेशा साथ में खाएं और जो चीज़ आप बच्चे को खिलाना चाहती है, पहले खुद खाएं। इससे बच्चा उसे खाने के लिए प्रेरित होगा।
- खाने के लिए कभी भी रिश्वत न दें। जैसे- ये सब्ज़ी खा लोगे, तो तुम्हें चॉकलेट दूंगी आदि। इससे बच्चों की आदत खराब होती है।
- कई बार बच्चे अपना फेवरेट फूड खाने के लिए भी नाटक करते हैं। इसलिए यदि कभी वह आपका बनाया खाना न खाएं, तो बेचारा भूखा रह जाएगा सोचकर उसे पिज़्ज़ा, बर्गर देने की भूल न करें।
- खाना बनाते समय उन्हें छोटे-मोटे काम देकर किचन में रखें ताकि वो खाना बनता देख सके, इससे उनकी खाने में रूचि बढ़ेगी।
- खाते समय बच्चों का ध्यान न बंटे इसलिए उन्हें मोबाइल, टीवी आदि से दूर रखें।
इस तरह के छोटे-छोटे बदलाव करके आप अपने बच्चे को हेल्दी खाना खिला सकती है।
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