रिया और रोहित आज फुर्सत के पलों में बैठकर अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए खूब हंस रहे हैं। कैसे दोनों भाई-बहन मिलकर देर रात बैठकर गेम खेला करते थे और मां-पापा आए तो झट से बुक निकाल लेते थे कि देखों हम तो पढ़ाई कर रहे हैं। कई बार तो दोनों ने एक-दूसरे को मां की डांट से बचाने के लिए झूठ भी बोला है और ये आजतक बस दोनों के बीच ही सीक्रेट बना हुआ है। भाई-बहन की बॉन्डिंग होती ही है बहुत खास, दोनों कितनी भी लड़ाई कर लें, मगर प्यार भी उतना ही करते हैं।
भाई-बहन के रिश्ते की कुछ खास बातें, जो इसे स्पेशल बनाती है।
– बहन कई बार जानबूझकर अपने भाई की छोटी सी गलती को भी खूब बढ़ा चढ़ाकर मां से कहती है, ताकि भाई को जमकर डांट पड़ें और जब भाई को डांट पड़ रही होती है, तो वह कोने में मुंह छिपाकर हंस रही होती है।
– जब एग्ज़ाम में कम नंबर आने पर रिपोर्ट कार्ड में पापा के साइन कराने की हिम्मत नहीं होती, तो भाई अपनी बहन के आगे पीछे घूमता है कि पापा से साइन करवा लाए, लेकिन बहन भी कोई कम नहीं होती। इस काम के बदले वह चॉकलेट की रिश्वत लेना नहीं भूलती।
– स्कूल में टीचर से जब दोनों को डांट पड़ती हैं, तो दोनों अपना ये राज छुपाये रखते हैं और कोई पैरेंट्स से इसकी चुगली नहीं करता, क्योंकि उन्हें पता चला तो दोनों की खैर नहीं।
– ज़रा याद करिए कैसे बचपन में आप पैरेंट्स की अटेंशन पाने के लिए हर काम में अपने आप को भाई/बहन से बेहतर साबित करने की कोशिश में लगे रहते थे।
– लड़ाई होने पर छोटी बहन भी किसी तरह बस जीतना चाहती है, इसके लिए कभी वह अपने नाखूनों को हथियार बना लेती है तो कभी कलाई पर दांत काट लेती है।
– बड़े होने पर भले ही लड़ाईयां कम हो जाये, लेकिन भाई-बहन एक दूसरे को ब्लैकमेल करना नहीं छोड़ते। जैसे ‘भईया अगर आपने मुझे वह पिंक ड्रेस नहीं दिलाई, तो आपकी गर्लफ्रेंड वाली बात मम्मी को बता दूंगी।’ बहन की इस धमकी के आगे बेचारा भाई बेबस हो जाता है।
– भाई-बहन आपस में कितना भी क्यों न झगड़ लें, लेकिन बावजूद इसके ज़िंदगी भर एक-दूसरे के बेस्ट फ्रेंड बने रहते हैं। भले ही उनके बीच बात कम हो लेकिन एक-दूसरे के दिल की बात वह चेहरा देखकर ही समझ लेते हैं।
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