एक अच्छा रिश्ता खुशियों को कई गुना बढ़ा देता है और गम को कई गुना कम कर देता है। पति-पत्नी का रिश्ता, भाई-बहन का रिश्ता, दोस्त का रिश्ता, चाहे कोई भी रिश्ता हो, वह रिश्ता सामने वाले से जुड़े रहने की अनुमति देता है पर साथ ही साथ हमें स्वतंत्र महसूस कराता है। रिश्तों में संतुलन होना ही एक स्वस्थ संबंध का निर्माण करता है। दो लोग मिलकर तय करते हैं की क्या अच्छा है क्या नहीं। रिश्तों में ईमानदारी, विश्वास, समझ और खुलापन ही स्वस्थ संबंध कहलाता है।
भावनात्मक रिश्ते मजबूत करना
अगर आपका पार्टनर आपके लिए कुछ कर रहा है, तो उसे अहमियत दें। अहमियत देने से रिश्ते और ज्यादा मज़बूत होते हैं और आपसी प्यार भी बढ़ता है। अगर आपका पार्टनर आपके प्रति प्यार जता रहा है, तो उसकी भावनाओं की कद्र करें। बिना सम्मान के कोई भी रिश्ता नहीं चलता है। रिश्ते में एक-दूसरे को सम्मान देने से ही प्यार बढ़ता है। इसलिए हमेशा एक-दूसरे को सम्मान दें।
रिश्ते में खुलापन और ईमानदार बनना
एक अच्छा रिश्ता कायम करने के लिए अपने विचारों, भावनाओं और इच्छाओं को खुलेपन और ईमानदारी से साझा करने की जरूरत होती है। जब आप एक-दूसरे के साथ ईमानदार और बिना किसी शर्त के आजाद होते हैं, तो आपसी विश्वास बढ़ता है और इससे रिश्ते की नींव और भी ज्यादा गहरी व मज़बूत होती चली जाती है।
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एक-दूसरे के साथ क्वालिटी समय बिताना
किसी भी रिश्ते को सफल बनाने के लिए उसको समय देना होता है। एक दूसरे के साथ लड़ाई-झगड़ों को भुलाकर खुशियों के साथ समय बिताने पर ज़ोर दें। साथी के साथ समय बिताते समय ध्यान रखें कि आप जितना उनको सहज महसूस करवाएंगे उतना ही आप दोनों का रिश्ता करीब होगा और रिश्ते में मज़बूती आएगी।
एक साथ कुछ नया करने की कोशिश करना
रिश्ता कितना भी पुराना हो जाए अपने पार्टनर को हमेशा कुछ नया करने के लिए प्रेरित करें। सुबह का शांत वातावरण हर किसी को अच्छा लगता है। इस दौरान अगर आप अपनी पार्टनर के साथ जाएंगे तो रिश्ते में भी ताजगी बनी रहेगी। प्रकृति की सुंदरता आपके रिश्ते में मधुरता घोलने का काम करेगी। संभव है कि आपके रिश्ते को इससे नया मोड़ मिल सकता है। हो सके, तो किचन में कुछ अलग खाना बनाने में मदद, वीकेंड प्लानिंग या दोस्तों के साथ ट्रैकिंग करना आदि जैसे नई चीज़ों को करने से रिश्ता स्वस्थ्य और खुशहाल होता है।
बातचीत के ज़रिए एक-दूसरे से जुड़े रहना
एक-दूसरे के व्यवहार के बारे में जानने के लिए खूब बातें करनी चाहिए। इससे अपसी संबंध गहरा बनेगा। साथी की अच्छाइयों की तारीफ करें और कमजोरियों को दूर करने में उनकी मदद करें। कोई भी रिश्ता शर्तों के आधार पर कायम नहीं किया जा सकता है। विश्वास और समर्पण होना बेहद ज़रूरी है।
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