एक-दूसरे से मिलने-मिलाने और खुशियां बांटने का त्योहार है दीवाली और इसे इको फ्रेंडली बनाकर आप अपनी खुशियां दोगुनी कर सकते हैं। इसके लिये आपको बहुत मेहनत करने की ज़रूरत नहीं है, बल्कि थोड़ी स्मार्टनेस और क्रिएटिविटी की ज़रूरत है। रोशनी के त्योहार दीवाली को पर्यावरण फ्रेंडली बनाने के लिये, आज़माइए ये खास तरीके-
समझदारी से खरीदे गिफ्ट
दीवाली के मौके पर दोस्तों और रिश्तेदारों को उपहार देने की परंपरा है। ऐसे में आपको चाहिये कि ऐसा गिफ्ट खरीदें, जिससे किसी तरह का कचरा न हो और पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे। ऐसे में पौधे गिफ्ट करने से बेहतर ऑप्शन भला और क्या हो सकता है। आप खूबसूरत से गमले में कोई इंडोर प्लांट गिफ्ट कर सकते हैं। अधिकांश इंडोर प्लांट को रोज़ाना पानी देने की भी ज़रूरत नहीं होती है और यह आपके घर के वातावरण को शुद्ध बनाते हैं।
रिसाइकलिंग से करें डेकोरेशन
हर साल हज़ारों रुपये खर्च करके आप डेकोरेशन का सामान खरीदते हैं और फिर उसे कुछ दिनों बाद कचरे में डाल देते हैं। इसलिये थोड़ी सी क्रिएटिविटी दिखायें और घर में पड़े पुराने सामान जैसे पेपर कप, पुराने मग आदि से डेकोरेटिव आइटम्स बनायें। आप दीवाली लाइट्स की लड़ियों के बीच-बीच में कलरफुल पेपर कप या प्लास्टिक कप लगा सकते हैं। बंधनवार या गेट के ऊपर लगे डेकोरेशन को आप घर पर रिसाइकल पेपर को बेहतरीन रंगों से बनायें।
दियों से घर सजायें
मोमबत्तियों और चाइनीज़ वैक्स जलाने पर सेहत को खराब करते हैं। इसलिये ऐसी आइटम्स खरीदने की बजाय मिट्टी के दियों से घर को सजायें। मिट्टी के दिये को हर्बल रंगों से सजायें ताकि देखने में अच्छे लगते हैं।
ऑफर के चक्कर में अधिक खरीददारी
दीवाली के हफ्तों पहले से सुपरमार्केट और शॉपिंग मॉल्स में हर चीज़ पर डिस्काउंट और ऑफर शुरू हो जाते हैं, ऐसे में ज़रूरत न होते हुये भी डिस्काउंट के चक्कर में आप एक्स्ट्रा चीज़ें खरीद लाते हैं। खासतौर पर एक साथ एक फ्री वाले ऑफर देखकर लोग खुद को खरीददारी से रोक नहीं पाते। यदि आपके साथ भी ऐसा है, तो ऐसे ऑफर वाली चीज़ों को दोस्त या रिश्तेदारों के साथ शेयर कर लें। जिस चीज़ की ज़रूरत है बस वही सामान खरीदें।
बायोडिग्रेडेबल और रियूज़ेबल रंगोली
दीवाली पर रंगोली बनाने की परंपरा बहुत पुरानी है, लेकिन इसे भी आप ईको फ्रेंडली बना सकते हैं। रंगोली के लिए साधारण रंगों के इस्तेमाल की बजाय चावल और दाल से रंगोली बनायें। चावलों को आप हर्बल कलर से कलर करके अलग-अलग रंग के चावल बना सकती हैं और इन्हें दोबारा भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
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