अच्छा और सुखी जीवन हर कोई पाना चाहता है और इसे हासिल करने के लिए हर कोई, हर तरह से कोशिश करता है। इसी सुखी जीवन को पाने की एक नई कोशिश का नाम है वर्क-लाइफ बैलेंस। यानि काम के साथ जीवन को भी बराबर तरजीह देना। खासतौर पर कोविड -19 के इस दौर में जहां वर्क फ्रॉम होम का एक नया कल्चर शुरू हुआ है। अब यह बैलेंस और भी ज़रूरी हो गया है।
कैसे पता करें क्या है वर्क लाइफ बैलेंस –
सफल लोगों और विशेषज्ञों के हिसाब से कुछ लक्षणों/विशेषताओं को देखकर आपके वर्क लाइफ बैलेंस को जाना जा सकता है। जैसे –
1. अगर आप काम के साथ-साथ अपने समाज, मानवता के लिए कुछ बड़ा करने का जज़्बा रखते हैं या कर रहे हैं तो यह संतुलित जीवन को निशानी है।
2. अगर बच्चों के लिए कुछ पॉजिटिव कर पा रहे हैं।
3. अगर आप अपने दिमाग को वर्तमान में रख पा रहे हैं।
4. अपने जीवन की प्राथमिकताओं को देखते हुए बिना किसी बड़े त्याग के निर्णय ले पा रहे हैं।
5. किसी के साथ खुले दिल से मजबूत रिश्ता बनाना भी वर्क लाइफ बैलेंस का हिस्सा है।
आसान है इस बैलेंस को बनाने का तरीका –
ऐसा पाया गया है कि अधिकतर लोग असंतुलित जीवन होने का सबसे बड़ा कारण “समय” को मानते हैं। लेकिन यह सही नहीं है, क्योंकि वर्क लाइफ बैलेंस खुद से नही बनेगा बल्कि बनाना पड़ता है। कई सफल लोगों के व्यक्तित्व से इसे सीखा जा सकता है।
फिर भी अपने जीवन की प्राथमिकताओं को निर्धारित कर, एक सरल जीवन अपनाने से इस संतुलन को बनाया जा सकता है।
ये संतुलन क्यों हैं ज़रूरी है
तनाव कम होता है
काम करते हुए तनाव का होना आजकल बहुत आम बात हो गई है। काम में मिलने वाला तनाव आज अमेरिका में मौत का पांचवां सबसे बड़ा कारण है।
मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद
वर्क लाइफ बैलेंस और मानसिक स्वास्थ्य का सीधा रिश्ता है। अगर आप मानसिक रूप से सेहतमंद होते है तो नए आइडिया पनपते हैं। जो विकास के लिए जरूरी हैं।
शरीर भी स्वस्थ रहता है
चूंकि तनाव का सीधा असर शरीर पर पड़ता है। इसलिए अगर वर्क लाइफ बैलेंस है तो शरीर के लिए अच्छा है।
रिश्ते बेहतर होते हैं
ऐसा पाया गया है जिन लोगों में सिर्फ काम की सनक सवार होती है ऐसे लोग घर, पार्टनर को समय नहीं दे पाते। ऐसे लोग पैसे तो पा लेते हैं लेकिन रिश्तों को खो देते हैं।
काम से जुड़ाव बढ़ता है
अगर जीवन में संतुलन है तो काम में ध्यान देना आसान होता है। इसलिए भी यह बैलेंस जरूरी है।
रचनात्मकता और उत्पादकता बढ़ती है
ऐसा देखा गया है जो लोग प्लानिंग के साथ काम करते हैं वह ज्यादा काम कर पाते हैं साथ ही उनका रचनात्मकता का स्तर भी अधिक होता है।
जीवन को संतुलित करना बहुत आसान है। बस ज़रूरत है कि हम सच्चे मन से कोशिश करें। वैसे भी ऐसा करने में सबसे ज़्यादा फायदा भी हमारा ही है, तो आइए एक कोशिश कर लेते हैं।
और भी पढ़िये : प्रोसेस्ड फूड है आपकी सेहत के लिए खतरनाक
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।