माता-पिता हमेशा चाहते हैं कि उनका बच्चा अनुशासन में रहे और बच्चों को अनुशासन सिखाने की ज़िम्मेदारी भी माता-पिता की ही होती है। इसलिए छोटी उम्र से ही उन्हें इस ओर ध्यान देने की ज़रूरत है। अपने बच्चे को अनुशासित बनाने के लिए आपको बस कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
बच्चे के व्यवहार को समझे
हर बच्चा अपने आप में बहुत खास होता है और सबका व्यवहार भी एक सा नहीं होता। इसलिए सबसे पहले पैरेंट्स को अपने बच्चे के व्यवहार को समझना होगा और यदि वो कुछ गलत कर रहा है, तो उसकी वजह पता लगाने की कोशिश करनी होगी। पैरेंट्स को सबसे ज़्यादा ध्यान बच्चों की परवरिश पर ही देना चाहिए और उनकी कही बातों को कभी भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। जो पैरेंट्स अपने बच्चे की हर छोटी-बड़ी बात का ध्यान रखते हैं और हमेशा उन्हें अहमियत देते हैं, ऐसे बच्चे पैरेट्स की हर बात मानते हैं और हमेशा अनुशासन में रहते हैं।
प्यार से समझाएं
बच्चे बहुत मासूम होते हैं और प्यार से समझाने पर वह आपकी हर बात मान लेते हैं। यदि आप बच्चे से कह रहे है कि जल्दी सो जाना चाहिए, तो उसे यह भी बताएं कि जल्दी क्यों सोना चाहिए? जैसे- जल्दी सोने पर ही तुम सुबह जल्दी उठ पाओगे और तुम्हारी सेहत अच्छी रहेगी। हरी सब्ज़ियां खाने से तुम हमेशा फिट और स्वस्थ रहोगे। कारण के साथ किसी चीज़ को आसान शब्दों में समझाने पर वह आपकी बात समझ जाते हैं और मान भी लेते हैं।
समस्या का समाधान निकाले
ज़रूरी नहीं कि जो चीज़ आपको पसंद है, वही आपके बच्चे को भी पसंद आए। इसलिए बच्चे को यदि कोई चीज़ अच्छी नहीं लग रही है, तो उसकी वजह जानकर उसे बदल दें। अगर आपको लगता है कि कारण सही है या इसे किया जा सकता है, तो उस चीज़ को बदलने में कोई हर्ज नहीं है। अनुशासन सिखाने के लिए बच्चे के साथ विनम्रता से पेश आना ज़रूरी है।
आपसे ही सीखते है
बच्चे को अनुशासित बनाने के लिए सबसे पहले पैरेंट्स को खुद अनुशासित होना होगा, जैसे बच्चे के सामने कभी झूठ न बोलना, सही समय पर कहीं पहुंचना, खाते वक़्त मोबाइल-टीवी से दूर रहना, बड़ों से प्यार और सम्मान से बात करना, सभ्य भाषा का इस्तेमाल आदि। बच्चे वैसा ही व्यवहार करते हैं, जैसा कि वो अपने माता-पिता को करते देखते हैं, तो यदि आप खुद अनुशासित रहते हैं, तो बच्चा आपको देखकर खुद ही सीख जाता है।
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