कहते है कि पानी पिलाना सबसे बड़ा पुण्य का काम होता है लेकिन साउथ दिल्ली में रह रहे मटका मैन की माने तो लोगों के लिए पीने का पानी उपलब्ध करवाकर वह समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। उनके पास जो भी साधन हैं, उससे वो आस-पास के लोगों की जितनी हो सके उतनी मदद करते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं मटका मैन ने कई और तरीकों से समाज की नि:स्वार्थ सेवा की है।
कौन हैं मटका मैन?
मटका मैन के नाम से मशहूर 69 साल के अल्गारथनम नटराजन का जन्म बैंगलोर में हुआ था और फिलहाल वह साउथ दिल्ली में रहते हैं। नटराजन की ज़िंदगी की सबसे अच्छी बात यह है कि वह हमेशा ही समाज सेवा में आगे रहे हैं और अब वह लोगों को पानी पिलाकर उनकी प्यास शांत कर रहे हैं। वह रोज़ सूरज निकलने से पहले अपनी वैन की मदद से निर्धारित जगहों पर कम से कम 70 मटके भर कर आते हैं। जहां भी वह मटका रखते है, वहां वह अपना फोन नंबर लिख देते हैं, जिससे अगर पानी खत्म हो जाए तो कोई भी उन्हें फोन कर के बता सकता है और वह दोबारा मटके को भर आते हैं। नटराजन का मानना है कि दिल्ली की तेज़ धूप और झुलसा देने वाली गर्मी में सबको बार-बार प्यास लगती हैं। मध्यम वर्गीय तो पानी खरीद कर पी लेते हैं लेकिन निम्न वर्ग के लोगों के लिए पानी खरीद कर पीना मुश्किल होता है इसलिए 2014 से उन्होंने अपने आसपास की जगहों पर मटका स्टैंड बनाने शुरु किए। हर दिन नजराजन मटकों में 2000 लीटर पानी भरते हैं, जिसका इंतज़ाम पास के स्कूल और दो वॉलंटियर्स से लेकर करते हैं।
कैसे शुरु हुआ यह सफर?
कई साल पहले नटराजन अपनी बहन के पास लंदन घूमने गए और फिर परिवार के साथ वहीं बस गए। समय अच्छे से बीत रहा था, लेकिन 10 साल पहले अचानक पता चला कि उन्हें आंतों का कैंसर है। इलाज के लिए वह परिवार के साथ भारत वापस आ गए और यहां उन्होंने कैंसर से जंग भी जीत ली। वह इस जीवन को ईश्वर का वरदान समझते हैं और अब जितना भी जीवन बाकी बचा है, उसे समाज सेवा में लगाना चाहते हैं।
कई तरह से सेवा की
नटराजन ने कई तरह से लोगों की सेवा की। सबसे पहले उन्होंने मज़बूत साइकिल रिक्शा के डिज़ाइन बनाने शुरु किए। उसके बाद उन्होंने अनाथालय और कैंसर पीड़ितों के लिए बनी धर्मशालाओं में सेवा की। उन्होंने बेघर लोगों के लिए लंगर बांटा और लावारिस मृतकों का विधि अनुसार अंतिम क्रियाक्रम भी किया।
नटराजन ने तो अपना जीवन दूसरों की सेवा में लगा दिया हैं और आप भी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में कई ऐसी चीज़ें कर सकते हैं, जिन पर ध्यान देकर न सिर्फ समाज का बल्कि आपके अपनों का, उनके आने वाले भविष्य का भला कर सकते हैं। मिसाल के तौर पर आप पानी का इस्तेमाल करते हुए सतर्क रहें कि पानी की बरबादी ना हो या फिर अगर खाना बच गया है तो उसे फेंकने की बजाय किसी ज़रूरतमंद को दें।
और भी पढ़े: जिसने संभाली देश की धड़कन
इमेजः आजतक