आप कब कसरत करते हैं, सुबह या शाम? अधिकांश लोग सुबह एक्सरसाइज़ करना बेहतर समझते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह ज़्यादा फायदेमंद हैं। मगर कुछ लोगों का शेड्यूल ऐसा होता हैं कि उन्हें सुबह एक्सरसाइज़ के लिए वक्त नहीं मिल पाता, तो ऐसे लोग शाम के समय वर्कआउट करते हैं। हाल ही में हुई एक नई रिसर्च से खुलासा हुआ है कि शाम के समय किया गया वर्कआउट भी सुबह जितना ही असरदार है। तो अब टेंशन किस बात की, आप जब भी शाम को फ्री हो, तो कसरत करिये और खुद को फिट रखिये।
शोध
सेल मेटाबॉलिज्म जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, एक्सरसाइज़ का असर दिन के अलग-अलग समय पर अलग-अलग हो सकता है। इससे संबंधित रिसर्च के नतीजों से पता चलता हैं कि शाम के समय की गई एक्सरसाइज़ भी सुबह जितना ही फायदा देती है। रिसर्च में शोधकर्ताओं ने पाया कि शाम में की गई कसरत से मसल्स टिश्यू में कई प्रभावों को मापा गया, जिसमें ट्रांसक्रिप्शनल प्रतिक्रिया और मेटाबोलाइट्स पर प्रभाव शामिल हैं।
सुविधानुसार चुनें वर्कआउट का समय
अब जब यह साबित हो चुका है कि सुबह और शाम की कसरत बराबर असरदार है, तो आप अपने वर्कआउट का समय सुविधानुसार चुन सकते हैं।
यदि आपके पास सुबह टाइम हैं, तो आराम से सुबह एक्सरसाइज़ करिये और यदि सुबह मैनेज नहीं हो रहा है तो शाम को ऑफिस से आने के बाद सुकून से वर्कआउट करें। इससे दिनभर की थकान और स्ट्रैस दूर हो जायेगा। शाम को समय है, तो खुली हवा में जॉगिंग कर लें या वॉक के लिए निकल जाये। इससे मूड फ्रेश हो जायेगा।
वर्कआउट टाइप
एक्सरसाइज़ कई तरह की होती हैं, जुंबा भी एक तरह का वर्कआउट ही है। इसके अलावा एरोबिक्स, कार्डियो आदि में से आप कुछ भी कर सकते हैं। योग भी एक तरह का वर्कआउट है। आप अपनी सुविधानुसार किसी भी तरह का वर्कआउट कर सकते हैं।
वर्कआउट के फायदे अनेक
– वर्कआउट चाहे सुबह करें या शाम, इसमें निरंतरता होनी ज़रूरी है, यानी रोज़ एक्सरसाइज़ करें, तभी फायदा होगा।
– रेग्युलर एक्सरसाइज़ से वज़न तो कंट्रोल में रहता ही है, साथ ही डाइजेशन भी ठीक रहता है।
– फिज़िकली फिट रखने के साथ ही वर्कआउट आपको मेंटली फिट भी रखता हैं।
– रोज़ाना एक्सराइज़ से स्ट्रैस दूर होता है और आप फ्रेश फील करते हैं।
– एक्सरसाइज़ से मसल्स फ्लैक्सिबल और मज़बूत बनती हैं, साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक होता है। इससे आप कई तरह की बीमारियों से दूर रहते हैं।
– वर्कआउट आपको एनर्जेटिक बनाता हैं और आपका स्टैमिना भी बढ़ता है।
– एक्सरसाइज़ के दौरान पसीना आता है, जिससे शरीर की गंदगी निकल जाती है।
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