वैसे तो बारिश का मौसम आपको भीषण गरमी से राहत दिलाता है, लेकिन साथ ही यह कई तरह की बीमारियां भी लाता है। बारिश का मौसम आते ही लोग मस्ती से झूमने लगते हैं। कोई बारिश में नहाना पसंद करता है, कोई बालकनी में बैठ कर चाय की चुस्कियों के बीच बारिश को देखना पसंद करता है, तो कोई चाट-पकौड़ों के स्वाद का आनंद लेता है। इस बीच अक्सर आप भूल जाते हैं कि मस्ती-मस्ती में हुई लापरवाही आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकती है, क्योंकि यही वह मौसम है जब मच्छरों से पैदा होने वाली बीमारियां, डायरिया, त्वचा संबंधी परेशानियां होने लगती हैं। कई लोगों को तो पुरानी चोट में भी दर्द होने लगता है। ऐसे में आप नीचे बताई गई बातों को ध्यान में रख कर खुद को और अपने परिवार को विश कर सकते हैं ‘हैप्पी मॉनसून’।
हाइजीन का रखें ख्याल
बारिश से हुई कीचड़ पर बैठ कर मच्छर-मक्खियां आपके घर के अंदर गंदगी ला सकते हैं, जिससे डेंगू, मलेरिया, डायरिया जैसी बीमारियां हो सकती है। तो सबसे पहली कोशिश करिए कि घर पर हर समय जाली वाली खिड़की लगा कर रखें, जिससे साफ और ठंडी हवा तो अंदर आ सके, लेकिन कीट-पतंगे बाहर ही रह जाएं। साथ ही बाहर के चप्पल-जूते घर में न लाएं और घर आते ही पैर अच्छे से धोएं। घर से बाहर जाते समय पैरों पर तेल लगाएं।
पॉष्टिक आहार लें
क्योंकि बारिश के मौसम में आने वाले फल-सब्ज़ियों में पानी का मात्रा ज़्यादा होती है, इसलिए आपको शायद वो कम पसंद आएं और आपका मन कुछ चटपटा खाने का करे। ऐसे में बाहर खाने से बचें (वैसे भी कोरोना जैसी बीमारी के चलते आपको बाहर खाने से बचना चाहिए), और जो भी खाने का मन करें, उसे घर पर बनाएं। ध्यान रखें कि आप हर फल-सब्ज़ी को अच्छी तरह धो कर इस्तेमाल करें और कच्ची या अधपकी चीज़ें न खाएं।
भोजन ऐसा हो, जिससे बढ़े इम्युनिटी
अपने खाने में उन चीज़ों को शामिल करें जिससे इम्युनिटी बढ़ने में मदद मिले जैसे कच्ची हल्दी, अदरक, गाजर, ब्रोकली आदि। यह आपकी इम्युनिटी को बढ़ाने के साथ-साथ आपके बालों और त्वचा का भी ख्याल रखेंगे। इसके अलावा अदरक, हल्दी और लहसुन में एंटिबैक्टीरियल तत्व होते हैं, जो आपको सर्दी, ज़ुकाम से दूर रखेंगे।
पीने के पानी का रखें खास ख्याल
बारिश के दिनों में पीने के पानी का खास ख्याल रखें। गंदा पानी पीने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। फिल्टर का पानी पिएं या फिर उबाल कर ही पिएं। ध्यान रखें की उबले हुए पानी को चौबीस घंटों के अंदर इस्तेमाल कर लें।
पुराने दर्द को कैसे कम करें
जिन लोगों को पुरानी चोट लगी होती है, अर्थराइटिस है या जोड़ों का दर्द होता है, उन्होंने महसूस किया होगा कि बारिश के दिनों में उनका दर्द बढ़ जाता है। ऐसे में आप शरीर के उस हिस्से का खास ख्याल रखें। ठंडे फर्श पर न लेटें, हलके गुनगुने पानी से नहाएं और तेल से मसाज करवाएं।
त्वचा का रखें खास ख्याल
बारिश में त्वचा संबंधी परेशीनियां होने लगती हैं। अगर आपको पहले से कोई परेशानी है तो अपनी त्वचा का खास खयाल रखें। बारिश में भीगने से बचें और अगर किसी वजह से भीग जाएं तो घर आकर साफ पानी से ज़रूर नहाएं। बारिश के मैसम में हवा में नमी तो होती है, लेकिन फिर भी अगर आपकी त्वचा रूखी हो तो उसे मॉइस्चुराइज़ करें।
बुखार आए तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें
कई बार कितनी भी सावधानी बरतने के बावजूद आपको सर्दी, खांसी, ज़ुकाम या बुखार हो सकता है। इसे आप हल्के में न लें और अपने डॉक्टर से तुरंत परामर्श करें। आप जितनी जल्दी डॉक्टर की दी हुई सलाह मानेंगे, उतनी जल्दी बीमारी से ठीक हो सकेंगे।
इन आसान बातों का खयाल रख कर आप बारिश के मौसम का भरपूर आनंद ले सकते हैं।
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