वैसे तो अंकिता खुश मिज़ाज की लड़की है, लेकिन कभी-कभार वह अपने भावनाओं को काबू नहीं कर पाती। ऐसे ही एक समय था जब वह सुबह ऑफिस में आई तो काफी खुश थी, दोपहर के बाद वह किसी काम को लेकर गुस्सा करने लगी और रोने लगी। इसके कारण वह बहुत परेशान रहने लगी और असर उसके तबीयत पर दिखाई देने लगा। हममें से भी कई लोग ऐसे है, जो भावनाओं को काबू नहीं कर पाते और अलग-अलग कारणों से भावनात्मक परेशानियों से गुज़रते हैं और बाद में इसका असर शारीरिक रूप से दिखाई पड़ता है।
भावनात्मक स्वास्थ्य क्या है?
जो व्यक्ति भावनात्मक रूप से सेहतमंद होता है, वह अपने विचारों, भावनाओं और व्यवहार को काबू में रख सकता है। जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होता है और मानसिक रुप से खुद को मज़बूत बनाता हैं और अपने बारे में अच्छा महसूस करता है और दूसरों के साथ अच्छा संबंध रखता हैं।
भावनात्मक रूप से सेहतमंद होने का मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति हमेशा खुश रहें। उन्हें भी तनाव, गुस्सा या उदासी महसूस होता है, लेकिन उन्हें अपनी भावनाओं की पहचान है। फिर चाहे वह पॉज़िटिव हो या नेगेटिव वह उनसे निपट सकता है।
भावनाओं को नियंत्रित करने के 5 उपाय
भावनाओं की पहचान
ध्यान दें कि आपके जीवन में क्या है जो आपको दुखी, निराश या गुस्सा दिलाता है। उन चीज़ों को दबाये नहीं, बल्कि बदलने की कोशिश करें और भावनाओं को पहचान लेने के बाद उनको स्वीकार करें।
भावनाओं को शेयर करें
जब कोई चीज़ आपको परेशान कर रही हो, तो उसे अपने करीबी लोगों को बताएं। उनसे अपनी भावनाओं को शेयर करें ताकि वह आपको उन भावनाओं से बाहर निकालने में मदद कर सकें और आप अच्छा महसूस कर पाएं।
कुछ करने से पहले सोचो
गुस्सा, निराशा या उदासी जैसी भावनाओं में बहकर गलत फैसले लेने या करने से बेहतर है कि हर काम के पीछे के उद्देश्य को पहचाने और उसके हिसाब से प्रतिक्रिया दे। खुद को सोचने के लिए समय दें और कुछ भी कहने या करने से पहले शांत रहे, जिससे आपको पछतावा न हो।
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वातावरण में बदलाव ज़रूरी है
भावनाओं से निपटने के लिए किसी प्रकार की शारीरिक गतिविधि करना भी बेहतर है जैसे कि बाहर कहीं टहले या शांत जगह बैठकर मेडिटेशन करे और उस नेगेटिव ऊर्जा को जाने दें।
पॉज़िटिव बने रहें
अपने जीवन में अच्छी चीज़ों पर ध्यान दें। गलतियों के लिए खुद को और दूसरों को माफ करें। स्वस्थ रहे और पॉज़िटिव लोगों के साथ समय बिताएं।
ये उपाय न सिर्फ व्यक्तिगत, बल्कि समाज के सेहत को बरकरार रखने के लिए ज़रूरी है। इन उपायों को अपनाएं और भावनात्मक रूप से मज़बूत महसूस करें।
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