अशोक चक्र की 24 तीलियों का महत्व

अशोक चक्र की 24 तीलियों का महत्व

क्या कहती है अशोक चक्र की 24 तीलियां जानिये?
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यह चक्र “धर्मचक्र” का प्रतीक है। इसलिए भारत के राष्ट्रीय ध्वज से लेकर सारनाथ स्थित सिंह-चतुर्मुख (लॉयन कपिटल) और अशोक स्तंभ पर अशोक चक्र बना है। ये तीलियां 24 सिद्धांतों की तरह हैं जिनका नागरिकों को पालन करना चाहिए ताकि वे समाज और देश में जाति, धर्म और भाषा के अंतर को कम कर सके। ये प्रतीक केवल देश या समाज तक सीमित नहीं है, बल्कि व्यक्ति के जीवन पर इसका अपना अगल महत्व है।

अशोक चक्र

हिंदू धर्मों के अनुसार पुराणों में 24 तीलियों का बहुत महत्व है। अशोक चक्र को धर्म चक्र के रूप में माना जाता है जिसे “समय चक्र” के रूप में भी जाना जाता है। अशोक चक्र के बीच में 24 तीलियां होती है, जो पूरे दिन के 24 घंटे का प्रतिनिधित्व करती है।

हर चक्र अलग-अलग मतलब को दर्शाता है। अशोक चक्र के द्वारा बताए गए सभी धर्म मार्ग देश को उन्नति तक पहुंचा सकता है। चक्र का बहुत बड़ा महत्व है और इसीलिए इसे राष्ट्रध्वज में भी शामिल किया गया है। जब राष्ट्रध्वज के रंग और रुप का फैसला हुआ था तब निर्माताओं ने झंडे से चरखे को हटाकर चक्र को स्थापित किया था।

चक्र गहरे नीले रंग का क्यों?

नीला रंग आकाश, महासागर और सार्वभौमिक सत्य को दर्शाता है, इसलिए राष्ट्रीय ध्वज की सफेद पट्टी के बीच में नीले रंग का अशोक चक्र होता हैं।

अशोक चक्र की 24 तीलियों
समाज के निरतंर विकास के प्रति जागरूक कराता | इमेज : फाइल इमेज

कर्तव्य का पहिया

24 तीलियां 24 घंटें यानी समय को दर्शाती हैं और जिस प्रकार समय निरंतर चलता रहता हैं उसी प्रकार व्यक्ति को भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमेशा कोशिश करते रहना चाहिए। ताकि व्यक्ति अपने जीवन में आगे बढ़कर समाज और देश के लिए अच्छे काम कर सकें।

अशोक चक्र समाज में चहुमुखी विकास के प्रति व्यक्ति को उनके गुणों, अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक करता है। चक्र यह संदेश देता है है कि रूप, जाति और धर्म के अंतर को भुलाकर देश को एकत्रित होकर आगे बढ़ाना चाहिए। यह भाईचारे के महत्व को समझाता है।

क्या कहती है 24 तीलियां?

1. संयम – जीवन में संयम से जीने की प्रेरणा देती है।
2. आरोग्य – निरोग रहने के लिए प्रेरित करती।
3. शांति – हर जगह शांति बनाये रखने की सलाह।
4. त्याग – कई बार हम चीजों का त्याग करके आगे बढ़ सकते हैं।
5. शीलता – व्यक्तिगत स्वभाव में शीलता लाने की शिक्षा।
6. सेवाभाव – देश और समाज में सेवाभाव रखना।
7. क्षमाभाव – इंसान और प्राणियों के प्रति क्षमाभाव रखना।
8. प्रेम – सभी के प्रति प्रेमभाव का संदेश मिलता है।
9. दोस्ती – दोस्ती का हाथ बढ़ने का संदेश मिलता है।
10. बंधुत्व – देश प्रेम एवं बंधुत्व को बढ़ावा देना
11. संगठन – राष्ट्र की एकता और अखंडता को मज़बूत रखना।
12. कल्याण – देश व समाज के लिये कल्याणकारी कार्यों में भाग लेना।
13. समृद्धि – समाज और देश में समृद्धि में योगदान देना।
14. उद्योग – देश को उद्योग में आगे बढ़ाने मे प्रेरित करता है।
15. सुरक्षा – देश की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहना।
16. नियम – जिंदगी में नियम और संयम से पालन करना।
17. समता – समाज में समानता को स्थापित करना।
18. धन – धन का सही से इस्तेमाल करना।
19. नीति – समाज और देश के नीति के प्रति निष्ठावान रहना।
20. न्याय – सभी के प्रति न्याय करना।
21. सहकार्य – समाज में मिलजुल कर काम करना।
22. कर्तव्य – ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करना।
23. अधिकार – अपने अधिकारों का सही उपयोग करना।
24. बुद्धिमान – देश की समृधि के लिए खुद का बौद्धिक विकास करना।

आज़ादी के इस जश्न में हम सभी को प्रण करना चाहिए कि अशोक चक्र की तीलियों के महत्व को जीवन में अपनाएं।

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