Download The App
Scan and download the app
जब भी हम आसपास हरियाली देखते है, तो न जाने क्यों दिल और दिमाग में सुकून और खुशियां छा जाती है। शायद यही वजह है कि भारत और चीन जैसे देशों ने समय रहते इस खुशहाली को पहचान लिया और अब ये दुनिया को भी हरियाली की राह पर ले जाने का काम कर रहे हैं। हरियाली को बढ़ाने की इस मुहिम के लिए अब नासा ने भी इन देशों की तारीफ़ की है। दुनिया को मिला हरियाली देखने का नया नज़रिया भारत और चीन, दोनों ही देशों को विशाल जनसंख्या वाले देश के रूप में जाना जाता है पर […]
सड़कें और इमारतें बनाने के लिए जिस तरह अंधाधुंध तरीके से पेड़ों की कटाई हो रही है, उससे शहर कंकरीट के जंगलों में बदल चुके हैं। अब तो बड़े शहरों में बमुश्किल ही हरियाली देखने को मिलती है। पेड़ों की कटाई के पीछे तर्क दिया जाता है कि विकास के लिए यह ज़रूरी है लेकिन पेड़ों को बचाते हुये विकास का काम कर रहे है, उदयपुर के वनस्पति वैज्ञानिक बद्रीलाल चौधरी। पेड़ों को किया रीलोकेट एक-दो पौधों को अपनी जगह से उखाड़कर दूसरी जगह तो शायद हर किसी ने किया होगा, मगर बद्रीलाल अब तक 10,000 हरे भरे और विशाल […]
हाल ही में चीन के एक स्कूल प्रिंसीपल ने बच्चों के सामने ऐसा डांस किया, जिसकी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई। बच्चे भी प्रिंसीपल के डांस स्टेप को फॉलो करते दिखे, लेकिन यह सिर्फ मज़ाक-मस्ती के लिए नहीं था, बल्कि फिज़िकल एजुकेशन में डांस की अहमियत को समझाने के लिए था। बोरिंग एक्सरसाइज़ की जगह यदि बच्चों को इस तरह डांस करवाया जाए तो ज़रा सोचिए उन्हें भी कितना मज़ा आयेगा। फिज़िकल एजुकेशन में डांस के फायदे अनुशासन सेना में परेड का मकसद सैनिकों और कमांडरो में अनुशासन लाना है। इसी तरह से ग्रुप डांस के ज़रिए भी लोगों […]
जिन बच्चों का स्पोर्ट्स या आर्ट्स के क्षेत्र में रुझान होता है, उन्हें अक्सर दसवीं या बारहवीं के एग्ज़ाम पास आते ही अपना ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित करना पढ़ता है। मिनिमम अटेंडेंस के लिए प्रैक्टिस छोड़ कर स्कूल जाना पड़ता है, जिससे उनकी प्रैक्टिस में अड़चन आती है। बच्चों की इस दुविधा को हल करते हुए महाराष्ट्र सरकार ने एक ऐसा प्रोग्राम लॉंच किया है, जिससे खेल और कला के क्षेत्र में रुचि रखने वाले बच्चों को अब राहत की सांस मिलेगी। क्या है यह प्रोग्राम? खेल और कला को आगे बढ़ाने के लिए छात्रों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य […]
ज़्यादातर लोग अपनी नॉलेज का इस्तेमाल खुद की बेहतरी के लिये करते है, लेकिन कुछ लोग समाज की भलाई का भी सोचते है। ऐसी ही एक शख्स हैं, रूबल नेगी। इनके प्रयासों ने मुंबई की झुग्गी बस्तियों की तस्वीर ही बदल डाली। स्लम या झुग्गी बस्ती सुनते ही आमतौर पर मन में गंदी और बेरंग झोपड़ियों का ख्याल आता है, लेकिन झुग्गी की इस तस्वीर को बदल दिया है कलाकार, मूर्तिकार और समाजसेवी रूबल नेगी ने। मुंबई की झुग्गी झोपड़ियों को इन्होंने अपनी कला से नया रंग दिया है। साफ-सुथरा और रंग-बिरंगा घर, भला किसे अच्छा नहीं लगता। मिसाल मुंबई […]
आपको अगर दूध, सब्जी या फिर कुछ और लेने जाना हो, तो आप झट से घर के बाहर निकलते हैं और पास वाले बाज़ार से जाकर ले आते हैं। इतना ही नहीं अब तो हर कॉलोनी के आसपास न जाने कितने ही स्कूल, अस्पताल और दूसरे ज़रूरी संस्थान बन गए हैं। जैसे ही ज़रूरत पड़े, तो अपनी सहूलियत के हिसाब से चले जाओ। लेकिन देश के कई कोने ऐसे हैं, जहां आज भी वहां के लोगों को अपनी छोटी-छोटी ज़रूरतें पूरा करने के लिए नदी पार कर के जाना पड़ता है। ऐसे ही छोटे से द्वीप के बारे में आज […]
यह तो सभी जानते हैं कि पढ़ना-लिखना बहुत ही ज़रूरी है, लेकिन शिक्षा हासिल करने का सफर सबके लिए एक समान नहीं होता। जहां एक तरफ शहरी बच्चों के लिए स्कूल जाना आसान होता है, तो वहीं देश में कितने सारे दूर दराज़ के गांव हैं, जहां के बच्चों को स्कूल जाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ती है। छत्तीसगढ़ के रायपुर से करीब 120 किलोमीटर दूर रहाटा नाम का एक गांव है, जहां के बच्चों को स्कूल जाने के लिए बांध पार करके अराजपुरी जाना पड़ता है। ये बच्चे घर पर टिन से बनाई गई नाव की मदद से […]
भारत सरकार एक बेहतरीन प्रॉजेक्ट ‘डिजी यात्रा’ की शुरुआत करने जा रही है, जिसकी वजह से अंतरराज्यीय हवाई सफर अब और भी आसान हो जायेगा। इस प्रॉजेक्ट के लागू होने से यात्री पेपरलेस टैवल कर सकेंगे और यात्रियों कि सहूलियत के साथ-साथ इसका असर सीधे तौर पर न सही, लेकिन वातावरण पर भी पड़ेगा। क्या है डिजी यात्रा? इस प्रॉजेक्ट के अंतर्गत यात्रियों के एक यूनिक डिजी यात्रा (डीवाय) आईडी नंबर एविएशन मिनिस्ट्री के पोर्टल से जनरेट करवाना होगा। पहली बार यात्री को एयरपोर्ट पर फिज़िकल वेरीफिकेशन करवाना होगा, इसके बाद अगली बार से टिकट बुक करवाते समय उसे बस […]
नागपुर म्यूनिसपल कॉरपोरेशन (एनएमसी) देश का पहला ऐसा शहर है, जिसने करीब 90 फीसदी तक सीवेज के पानी को ट्रीट करके रियूज़ करने की पहल की हैं। शहर में रोज़ाना 52. 5 करोड़ लीटर सीवेज रिलीज़ होता है, जिसमें से 48 करोड़ लीटर को प्रॉसेस करके रीयूज़ किया जा रहा है। एनएमसी के एक्ज़िक्यूटिव इंजीनियर अनिरुद्ध की माने, तो हर रोज़ 15 करोड़ लीटर, नेशनल थर्मल पावर स्टेशन (एनटीपीसी) को दिया जाएगा। एनटीपीसी इस पानी का इस्तेमाल मौदा थर्मल पावर स्टेशन के लिए करेगा। एनटीपीसी इस पानी के लिए दिए जाने वाले रेट को तय करेगा, जिसके बाद एनएमसी और […]
जब अपने मुश्किल में होते हैं, तब उनकी मुश्किल आसान करने के लिए हम कोई न कोई तरकीब निकालने की कोशिश करते हैं और इसी कोशिश में कई बार नई चीज़ें ईजाद होती है। महाराष्ट्र के बारामती में रहने वाली 16 साल की लड़की ने भी कुछ ऐसा ही किया। अपने दिव्यांग भाई की मदद के लिए इस लड़की ने अनोखी व्हीलचेयर बना डाली। …ताकि मिस न हो स्कूल बारामती जिले की मयूरी पोपट यादव ने ऐसा काम किया है, जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। मयूरी ने अपने 13 वर्षीय दिव्यांग भाई की मदद के लिए उसकी व्हीलचेयर […]
कुशल दासगुप्ता, जैसा नाम, वैसा काम यानी हर फील्ड में काम को इतनी कुशलता से करना कि देखने, पढ़ने और सुनने वाले हैरान हो जायें। हर कोई किसी एक फील्ड में बेहतर होता है, लेकिन कुशल के लिए शायद कोई भी काम मुश्किल ही नहीं है। वह स्क्रिप्ट राइटर, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, डायरेक्टर और होस्ट होने के साथ दस अलग अलग गैजेट्स एक साथ चलाते है। 18 साल की छोटी सी उम्र में अपने नाम कई रिकॉर्ड्स करने वाले कुशल दासगुप्ता से ThinkRight.me ने खास मुलाकात की। कैसे बनाये रिकॉर्ड्स? गैजेट्स चलाने का शौक तो मुझे बचपन से ही था, होस्टल […]
अब महिलाएं घर की चारदीवारी को लांघकर अलग अलग क्षेत्रों में अपनी काबिलियत भी साबित कर रही हैं। कश्मीर की पहली महिला फुटबॉल कोच नादिया निगहत ऐसी ही महिला हैं, जिन्होंने हर चुनौतियों का न केवल डटकर सामना किया, बल्कि अपनी पसंद को करियर के तौर पर अपनाकर खुद को प्रूव भी कर दिखाया। आसान नहीं था फुटबॉल को अपनाना कश्मीर के श्रीनगर में रहने वाली बीस साल की नादिया निगहत के लिए फुटबॉल कोच बनना कोई आसान काम नहीं था। यह करियर चुनने के लिए जहां उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा, वहीं बहुत तरह की आलोचनाओं से […]
ThinkRight empowers you with calming tools, techniques, and affirmations that compel you to begin your day with a mindful mindset. The right thought flows into the right action and behaviour, changing your perspective towards life.
Have a question?
Contact us at
Connect with us
+91 808080 9339
Write to us at
© 2010-2022 ThinkRight
Gift your team a ThinkRight subscription to spread the joy for a whole year
You can see how this popup was set up in our step-by-step guide: https://wppopupmaker.com/guides/auto-opening-announcement-popups/
Congratulations! You are one step closer to a happy workplace. We will be in touch shortly.