अगर आप बेहतर इंसान बनना चाहते हैं, तो खुद को यकीन दिलाइये कि आप पहले से ही एक अच्छे इंसान हैं, जो खुद को और अच्छा बनाना चाहता है क्योंकि खुद की कमियों को ढ़ूंढ़कर उन पर काम करना हर एक के बस की बात नहीं होती। तो अगर आप और अच्छा बनना चाहते हैं, तो दूसरों से पहले खुद को प्यार करें और खुद से सहानूभूति रखें। जब आप खुद के प्रति उदार होंगे तभी दूसरों के प्रति कोमल बन सकेंगे क्योंकि दूसरों के लिए अच्छा करना आपके जीवन को हमेशा एक गहरा अर्थ देता है।
तो चलिए बताते हैं 7 तरीके जिन्हें अपना कर आप बेहतर इंसान बन सकते हैं।
अपने अंदर कृतज्ञता पैदा करें
आपने यह पहले भी सुना होगा, लेकिन यह सच है कि आपके पास जो है उसके लिए एहसानमंद हों और उन सब चीज़ों को एक कॉपी में लिखें। ऐसा करने से आपके मन पर गहरा और सकारात्मक असर पड़ेगा। एक शोध से पता चला है कि अपने दैनिक जीवन में आभार को शामिल करने से तनाव को दूर करने, नींद में सुधार करने और अधिक सकारात्मक सामाजिक संबंधों को विकसित करने में मदद मिल सकती है।
सभी का अभिवादन करें
चाहे दफ्तर में या पार्क में सैर करते समय, आपको जो सामने दिखे उसका मुस्कुराहट के साथ या फिर सिर हिला कर अभिवादन करें। ऐसा करने से आप अपने आस-पास के लोगों से जुड़ा हुआ महसूस करेंगे, चाहे आप उन्हें अच्छे से जानते भी न हों, तब भी।
डिजिटल डिटॉक्स करें
मोबाइल, लैपटॉप से थोड़ी देर के लिए खुद को अलग करना आपकी सेहत के लिए बहुत अच्छा साबित हो सकता है। अगली बार जब आपके पास करने के लिए कुछ न हो, तो मोबाइल को घर पर रख कर सैर पर निकल जाएं और अपने विचारों पर ध्यान दें। ऐसा करने से आपको खुद से ज़ुड़ने का मौका मिलेगा।
खुद से पॉज़िटिव बातें करें
अपने आप को कोसना या खुद के बारे में नकारात्मक विचार मन में आना आसान होता है, जो आपके आत्मविश्वास को हिला सकता है। अगर आप खुद से हमेशा यह कहते रहें कि आप अच्छे इंसान नहीं हैं, तो खुद के अंदर सुधार लाने की दिशा में कदम बढ़ाना काफी मुश्किल हो सकता है। तो खुद से कहें कि यह जो बदलाव मैं करने की कोशिश कर रहा हूं, शुरू में मुश्किल ज़रूर हो सकता है, लेकिन मै जानता हूं मैं यह कर पाउंगा।
दूसरों के प्रति दयालु रहें
दूसरों के प्रति दयाभाव दिखाने से आपके जीवन को उदेश्य मिलता है और आप खुद को दूसरों से अलग-थलग महसूस नहीं करते। किसी अजनबी की तारीफ करें, किसी सहकर्मी के लिए लंच ऑर्डर कर दें, किसी मित्र को कार्ड भेजें या किसी ज़रूरतमंद को दान करें। ऐसा करने से आपके मन को खुशी मिलेगी।
माफ करें
खुद को और दूसरों को जितनी जल्दी माफ करेंगे, उतनी जल्दी आपका मन हल्का होगा। अपने मन में पछतावे, दर्द और नाराज़गी को जकड़े रखने से दूसरों को तो तकलीफ होती ही है, साथ ही आपके मन को भी परेशानी होती है। जब आप इन भावनाओं को महसूस करते हैं, तो उसका असर आपके व्यवहार पर भी पड़ता है। इसलिए कभी भी अपने मन में नकारात्मक भावनाओं को न रखें और कभी भी गुस्से में सोने न जाएं।
खुद के प्रति दयालु रहें
आप में से ज़्यादातर लोग उन बातों को मन में दोहराते रहते हैं, जिन्होंने आपको दर्द दिया हो। ऐसे में किसी भी बात को व्यक्तिगत रूप से लेने या अपनी आलोचना करने की बजाय सामने वाले के प्रति सहानुभूति और समझ रखनी चाहिए। इस कोशिश को हर रोज़ करना चाहिए और अगर आप किसी दिन ऐसा करने में असक्षम हों, तो अगले दिन एक बार फिर कोशिश करें।
खुद को बेहतर बनाने की कोशिश में समय लग सकता है, लेकिन याद रखें कि इस सफर में आपको खुद के साथ ऐसा ही प्यार भरा व्यवहार करना है, जैसा आप दूसकों के साथ करते हैं।
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