किसी अपने की मृत्यु का अनुभव बहुत ही दर्दनाक होता है। व्यक्ति दुख के गहरे सागर में डूब जाता है, दिल में एक अजीब से टीस उठती है और ऐसा लगता है मानों सब खत्म हो गया… मगर जन्म की तरह मृत्यु भी तो एक सत्य है जिसे टाला नहीं जा सकता, लेकिन हां इस सदमें और दर्द से उबरने के लिए आप खुद को मानसिक रूप से तैयार ज़रूर कर सकते हैं। अपनों के जाने से जीवन में जो खालीपन होता है उसे कोई भर तो नहीं सकता, लेकिन वक़्त के साथ दर्द कम हो जाता है और हम हालात को स्वीकार कर लेते हैं, मगर इसमें लंबा समय लग सकता है। किसी अपने को खोने के दुख और दर्द को कम करने या इस हालात में खुद को संभालने का कोई एक नियम या तरीका तो नहीं हैं, लेकिन हां, कुछ तरीके आज़माकर आप इस दर्द से जल्दी उबर सकते हैं।
भावनाओं को दबाए नहीं
किसी अपने के खोने पर रोना, चिल्लाना, गुस्सा जैसी भावनाएं बिल्कुल स्वाभाविक है। इसके अलावा चिड़चिड़ापन, चिंता, निराश के भाव भी हावी हो सकते हैं। इस स्थिति में जो भी भावनाएं आप महसूस कर रहे हैं उसे बाहर आ जाने दें, दबाएं नहीं। यदि आपकी चिल्लाने की इच्छा हो रही है या रोना चाहते हैं तो अपने आंसूओं को दबाए नहीं, क्योंकि एक बार ये भावनाएं बाहर आ जाए तो मन हल्का हो जाता है और जल्दी आप स्थिति को स्वीकार कर लेते हैं, जबकि भावनाएं मन में दबाए रहने से आप इस दुख को भी मन में लंबे समय तक बनाए रहते हैं।
दोस्त/कलीग से मृत्यु के बारे में बात करें
किसी अपने की मृत्यु होने पर जाहिर है कुछ दिन तो आपका किसी से बात करने का मन ही नहीं करता होगा, मगर यकीन मानिए बात करने से मन का बोझ हल्का होता है। जाने वाले के बारे में अपने किसी करीबी दोस्त या कलीग से बात करने से आपका दुख कम होगा और जल्द ही इस सच को स्वीकार करके इसके साथ जीना सीख जाएंगे।
अपनी सेहत का ध्यान रखें
किसी अपने के जाने के बाद खानपान से लेकर नींद तक की दिनचर्या बिगड़ जाती है। तनाव के कारण आप रात को ठीक से सो नहीं पाते और इसका असर आपकी सेहत पर पड़ने लगता है। माना की समय आपके लिए बहुत मुश्किल है, मगर आपको अपने परिवार को संभालना है और इसके लिए पहले खुद को स्वस्थ रखना होगा। तो अपने खाने-पीने का ध्यान रखें, कुछ दिनों बाद सुबह सैर पर जाएं या कसरत शुरू करें, इससे धीरे-धीरे आप सामान्य ज़िंदगी की ओर लौटने लगेंगे।
परिवार में एक-दूसरे की मदद
ठीक है कि आपने अपने बहुत ही करीबी को खो दिया, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप सब कुछ भूलकर बस अपने ही गम में डूबे रहें। परिवार में और भी लोग हैं आपको उनके बारे में भी सोचना चाहिए और उनका दुख कम करने के बारे में भी सोचें। जो चला गया वह तो वापस नहीं आएगा, अब उनकी यादों के सहारे ही जीना हैं। इसलिए परिवार के साथ मिलकर उन्हें याद करें। एक साथ बैठकर जाने वाली की पसंदीदा फिल्म देखें या संगीत सुनें या फिर उनका कोई और पसंदीदा काम करें जिससे आपको उन्हें अपने बीच महसूस कर पाएंगे और परिवार के सभी सदस्य एक-दूसरे से जुड़ाव महसूस करेंगे।
उनके जीवन का जश्न मनाएं
जो अपना चला गया उसके जन्मदिन पर ज़ाहिर सी बात है उसकी बहुत याद आती है और आप एक बार फिर से दुखी हो जाते हैं, लेकिन ऐसा करने की बजाय जो गया उसके ज़िंदगी का जश्न मनाइए। उसकी याद में दान करें, पौधे लगाएं या परिवार में जन्में बच्चे को उसका नाम देकर आप उसे सम्मान दे सकते हैं।
किसी प्रियजन के जाने का दुख आपको अंदर से तोड़ देता है और आप बिल्कुल अकेला महसूस करने लगते हैं, ऐसे समय ज़रूरी है कि आप अपने दोस्तों, रिश्तेदारों या कलीग से जुड़े रहें, क्योंकि उनका भावनात्मक सहयोग आपको दुख से उबरने में मदद करेगा।
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