खाने से लेकर कपड़ों तक आजकल हम हर चीज़ ऑर्गेनिक लेने की कोशिश करते हैं ताकि हमारी और पर्यावरण दोनों की सेहत दुरुस्त रहे, लेकिन क्या आप जानते हैं कपड़े चमकाने के लिए आप जो महंगे डिटर्जेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है, खासतौर पर पानी को दूषित करने का काम करता है, क्योंकि इसमें कई हानिकारक केमिकल्स का इस्तेमाल होते हैं। तो क्यों न खाने और कपड़ों के साथ ही कपड़ों की सफाई के लिए भी केमिकल फ्री ऑर्गेनिक डिटर्जेंट का इस्तेमाल किया जाए।
क्यों ज़रूरी है केमिकल फ्री डिटर्जेंट?
ऑर्गेनिक डिटर्जेंट कुदरती सामग्री से बनते हैं जो मिट्टी में जल्दी खुल जाते हैं और इसे किसी तरह की हानि नहीं पहुंचाते। साथ ही यह कपड़ों को अच्छी तरह साफ करते हैं और उनकी कोमलता बनाए रखते हैं। खासतौर पर बच्चों और संवेदनशील त्वचा वालों के लिए ऑर्गेनिक डिटर्जेंट अच्छा विकल्प है। इसके इस्तेमाल से पानी की भी बचत होती है, क्योंकि इसमें केमिकल वाले डिटर्जेंट के मुकाबले कम झाग निकलता है, इतना ही नहीं आप कपड़े धोने के बाद उस पानी को पौधों में भी डाल सकते हैं।
डिटर्जेंट खरीदते रखें इन बातों का ध्यान
रसायन सामग्री (Chemical content)- जब भी आप डिटर्जेंट खरीदें तो उसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों की लिस्ट पढ़ लें। आमतौर पर इनमें फॉस्फेट और सर्फेक्टेंट जैसे हानिकारक केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। जो समुद्री जानवरों के लिए जहरीले होते हैं और पानी से ऑक्सीजन लेने की उनकी क्षमता को प्रभावित करते हैं। फॉस्फेट कई सालों से प्रतिबंधित है। इसलिए फॉस्फेट और सर्फेक्टेंट युक्त डिटर्जेंट खरीदने से बचें।
बायोडिग्रेडेबल, पेट्रोलियम-मुक्त- डिटर्जेंट के पैकेट पर लिखे लेबल को अच्छी तरह पढ़ें और यह सुनिश्चित करें कि डिटर्जेंट कुदरती, पेट्रोलियम-मुक्त और बायोडिग्रेडेबल पदार्थों से बना हो, जो पर्यावरण को हानि नहीं पहुंचाते हैं।
रिकाइलिंग योग्य पैकेजिंग- बायोडिग्रेडेबल और सर्फेक्टेंट फ्री डिटर्जेंट खरीदने के साथ ही यह भी देखें कि क्या उसकी पैकेजिंग रिसाकइलिंग के लिए उपयुक्त है, क्योंकि यदि ऐसा नहीं है तो फिर ऑर्गेनिक डिटर्जेंट खरीदने का आपका उद्देशय पूरा नहीं होगा, क्योंकि रिसाइकल योग्य पैकेजिंग न होने से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ेगा।
ऑर्गेनिक डिटर्जेंट के फायदे
- केमिकल युक्त डिटर्जेंट के मुकाबले कपड़ों को अच्छी तरह साफ करते हैं और उसकी चमक बरकरार रखते हैं।
- त्वचा और पर्यावरण दोनों को ही नुकसान नहीं पहुंचाते।
- पानी के कुदरती स्रोतों को दूषित/जहरीला नहीं बनाते हैं।
- इनकी गंध तेज़ नहीं होती, जिससे किसी प्रकार की एलर्जी का भी खतरा नहीं होता है।
- कम झाग निकलता है जिससे कम पानी में कपड़े धुल जाते हैं।
- क्योंकि ये केमिकल मुक्त होते हैं इसलिए कपड़े धोने के बाद उस पानी को आप पौधों में डाल सकते हैं।
ऑर्गेनिक डिटर्जेंट्स में आमतौर पर बायो एंजाइम्स, नीम का अर्क, पौधों से बने सर्फेक्टेंट, लाइम सिट्रिक एसिड, सोडियम कार्बोनेट, सोडियम बोरेट, सेंधा नमक, लाइम एसेंशियल ऑयल और अन्य कुदरती चीज़ों का इस्तेमाल किया जाता है।
और भी पढ़िये : संसार में दुख है और इसे स्वीकार करें- गौतम बुद्ध
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।