एक तरफ जहां मानसून के शुरु होते ही प्रकृति खूबसूरत नज़र आती है, वहीं इस मौसम में संक्रमण और कई तरह की बीमारियों की संभावना भी बढ़ जाती है। साथ ही इस समय सर्दी-खांसी, डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड और पेट की भी कई बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में जिन लोगों का इम्यूनिटी सिस्टम कमज़ोर है, उन्हें इन्फेक्शन ज़्यादा जल्दी होता है। आप चाहें, तो योग के ज़रिए मानसून सीजन में खुद को सेहतमंद बना सकते हैं।
इस मानसून में करें योग और प्राणायाम
योग एक प्राचीन भारतीय तकनीक है, जो शारीरिक और मानसिक सेहत को बढ़ावा देती है। यह ऐसा प्राकृतिक उपचार है, जिसे आप घर में कुछ मिनट के अभ्यास से खुद को सेहतमंद बना सकते हैं।
अनुलोम-विलोम
यह प्राणायाम न सिर्फ शरीर को डिटॉक्स करता है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करने में भी अहम भूमिका निभाता है। रोज़ाना अनुलोम विलोम प्राणायाम के अभ्यास से वात, कफ और पित्त तीनों दोषों को ठीक किया जा सकता है।
कैसे करें?
- प्राणायाम करने के लिए शांत और खुली जगह देखें
- पद्मासन या सुखासन में बैठ जाइए
- अपने दाएं हाथ के अंगूठे से अपनी दाएं नाक को बंद करिये
- फिर बाई तरफ की नाक से गहरी सांस लें और दाएं से धीरें-धीरे बाहर छोड़िए
- यह प्रक्रिया को शुरुआत में कम से कम 5 मिनट तक दोहराएं
अधोमुखश्वानासन
इस आसन को करने से पूरे शरीर की स्ट्रेचिंग हो जाती है और आपको कब्ज से राहत मिलती है।
कैसे करें?
- इस आसन को करने के लिए पहले घुटनों के बल खड़े हो जाएं
- और फिर आगे की ओर झुकते हुए हाथों को जमीन पर रखिए
- आपके शरीर का आकार अंग्रेज़ी के V अक्षर (उल्टा V) जैसा होना चाहिए
- इसके लिए पंजे पर दबाव डालते हुए घुटनों को सीधा रखिए और कमर के नीचे का हिस्सा ऊपर की तरफ उठाएं। सिर नीचे की ओर होना चाहिए
- हाथों को आगे करते हुए शरीर से उल्टे वी (V) का शेप बनाएं। सिर नीचे झुका रहे।
- कुछ देर इसी पोजीशन में रहें
- थोड़ी देर बाद सांस छोड़ते हुए सामान्य अवस्था में लौट आएं
नौकासन
यह आसन पेट की मांसपेशियों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। पाचन के लिए अच्छा है और पेट की चर्बी को कम करता है। यह पेट और पैर की मांसपेशियों को भी मज़बूत करता है।
कैसे करें
- पीठ के बल लेट जाएं
- गहरी सांस लेते हुए दोनों पैरों को जितना ऊपर उठा सकते हैं उतना उठाएं
- दोनों हाथों को पैरों के समान बराबर में सामने उठाएं
- कोहनी और घुटनों को मोड़े बिना शरीर को इसी मुद्रा में रखें
- सांस छोड़ते हुए नीचे की ओर आराम से आएं
कपालभाति
मानसून में कपालभाति करने से फेफड़ों और सांस लेने के सिस्टम को साफ करने में मदद करता है। विषैले पदार्थों को शरीर से निकालने में मदद करता है। साथ ही पाचन क्रिया को स्वस्थ करता है।
कैसे करें
- सबसे पहले पद्मासन या सुखासन में बैठ जाइए
- अपने दोनों हाथों को घुटनों के पास ज्ञान मुद्रा में रखिए
- अब आंखे बंद करके गहरी सांस लेते हुए पेट की मांसपेशियों को अंदर की ओर लीजिए
- तेज़ी से सांस छोड़ते हुए पेट को सामान्य स्थिति में ले आएं
- एक राउंड कम से कम 15-20 बार इसी तरह सांस लें और छोड़े
- एक राउंड पूरा होने के बाद कुछ समय आराम मुद्रा में बैठे
- फिर कुछ समय बाद दोबारा यही प्रक्रिया दोहराएं
भुजंगासन
इस योग का अभ्यास करते समय छाती और फेफड़ों को खोलने में मदद मिलती है। साथ ही कंधों, पेट और कमर की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है। इससे सांस की समस्या में काफी आराम मिलता है।
कैसे करें
- इस योगासन में पेट के बल सीधे लेट जाएं और सिर को जमीन पर रखिए
- अपने दोनों हाथों को कंधे के दोनों ओर रखिए
- धीरे-धीरे अपनी हथेलियों के बल पर पीठ और पेट की मांसपेशियों को खींचते हुए अपने शरीर के ऊपर वाले हिस्से उठाएं
- अपने हाथों को सीधा करें और पीठ पर दबाव बनाएं और अपनी आंखें सीधे एक बिंदु पर टिकाएं
- सांस लेते और छोड़ते हुए इस मुद्रा को 30 सेकंड तक करिये
इन सभी सरल आसनों को करके आप फिट रह सकते हैं। साथ ही सांस संबंधी समस्याओं से भी निजात दिलाता है, जो मानसून के समय बेहद आम है। मानसून के आते ही कई तरह की बीमारियां हमारे शरीर पर हमला करने के लिए तैयार रहती है। ऐसे में खुद का बचाव करना बहुत ही ज़रूरी है। इसके लिए आप खुद को फिट रखिए, अच्छा खाइए, साफ-सफाई का पूरा ध्यान दीजिए।
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