यह कहना गलत नहीं है कि आदत बनाना तो आसान है, लेकिन उसे बदलना थोड़ा कठिन हो सकता है। अब देखिए, अगर आपको नाखून चबाने की आदत है, तो उससे छुटकारा पाना कितना मुश्किल हो जाता है, या फिर दिन-रात मोबाइल पर सोशल मीडिया देखते रहने की लत से बाहर आना हो या जंक फूड खाने की दीवानगी। किसी भी आदत को छोड़ना किसी चुनौती से कम नहीं होता। इसलिए अपनी आदत को बदलने की बजाय बेहतर होगा कि कोई अच्छी आदत डेवलप करें, ताकि बुरी आदत से ध्यान हट जाए।
क्यों होती है बुरी आदत?
आदत हमारे दिमाग की उपज होती है। जो चीज़ें हमारे दिमाग में बार-बार चलती रहती है, वे आदत का रूप ले लेती है। इसलिए बुरी आदतों से पीछा छुड़ाना थोड़ा मुश्किल लगता है। इसके लिए हमें अपने दिमाग के साथ जद्दोज़हद करनी पड़ती है। ऐसे में किसी ऐसी चीज़ की ओर ध्यान लगाएं, जिससे हमें फायदा हो।
बुरी आदत को छोड़ने के बड़ा कारण ढ़ूंढे
इंसान का दिमाग शरीर को नियंत्रित करता है और हमेशा खतरे से आगाह करता है। दिमाग को हर तरह का बदलाव एक तरह का खतरा ही लगता है। इसलिए दिमाग बुरी आदत को छोड़ने में रूकावट पैदा करता है। अगर दिमाग को बदलाव का कोई बड़ा और अच्छा कारण मिल जाए, तो दिमाग बदलाव लाने में मदद करता है। ठीक इसी तरह बुरी आदत को छोड़ने लिए हमें अपने दिमाग को कोई बड़ा और अच्छा कारण देना होगा। तभी हमारा दिमाग उस बुरी आदत को छोड़ने में मदद कर पायेगा।
कारण को जाने और जागरूक रहें
जैसे इंसान के हर एक काम का कोई ना कोई कारण होता है, चाहे उसे काम करते समय मालूम न चले। ठीक उसी तरह हर बुरी आदत का कारण होता है भले ही उसके बारे में व्यक्ति को पता न हो। इसलिए बुरी आदत को छोड़ने के लिए हमें बुरी आदत के कारण को जानना ज़रुरी है। जब हम जागरूक होंगे, तो आसानी से बुरी आदत को छोड़ सकते हैं। कारण को जानने के लिए खुद से सवाल पूछना होगा या फिर उस समय के बारे में सोचना होगा, जब बुरी आदत की लत लगी थी।
अपनी गलती स्वीकार करें
कई बार ऐसा होता है कि खुद के अंदर कमी होते हुए या किसी बुरी आदत के होते हुए भी हम उस बुरी आदत को मानने से इंकार कर देते हैं। यहीं पर हमारी सबसे बड़ी गलती होती है। हमें कोशिश करनी चाहिए कि अपनी गलती को स्वीकार करें और जल्द से जल्द उसको ठीक करने में अपना पूरा योगदान दें।
हमेशा पॉज़िटिव बने रहे
अगर व्यक्ति के अंदर कोई बुरी आदत है और व्यक्ति को उसके बारे में पता चल चुका है, तो आप हमेशा उसके प्रति पॉज़िटिव रवैया रखें। पॉज़िटिव सोच रखने से निश्चित रूप से बुरी आदत को जल्द से जल्द दूर कर करने में मदद मिलता है।
योग और मेडिटेशन है मददगार
यह ऐसा उपाय है, जिससे हम कई प्रकार की समस्याओं से छुटकारा पा कर सकते हैं। ऐसे में अगर हम खुद के अंदर होने वाली बुरी आदतों को योगा और मेडिटेशन के माध्यम से दूर करना चाहते हैं, यह हमारे लिए एक बेहतर विकल्प होगा।
यह याद रखिए कि नेगेटिव व्यवहार और आदत से छुटकारा पाने के लिए हमें पूरे समर्पण, धैर्य और दृढ़ता की ज़रूत होती है। तभी हम पर ऊपर दिए असरदार टिप्स की मदद से हम बुरी आदत को अलविदा कह पाएंगे।
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