Download The App
Scan and download the app
अगर आप आज के बच्चों को देखेंगे, तो पाएंगे कि उनके खाने-पीने में जंक फूड ज्यादा हो गया है, खेलों की बात करें, तो उनके खेल सिर्फ इंडोर या मोबाइल, लैपटॉप तक सीमित रह गए है। इसका नतीजा यह होता है कि जंक फूड बच्चों के शरीर पर फैट जमा करता है और घर के अंदर ही रहने से उनमें इम्पेशेंस, मोटापा, डिप्रेशन जैसी मानसिक और शारीरिक समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। अगर आप अपने बच्चों को हेल्दी रखना चाहते हैं, तो उनको आउटडोर गेम्स जैसे बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, बैंडमिंटन खेलने के लिए प्रेरित करें। अपने साथ टहलाने ले जाएं और […]
हर माता-पिता की चाहत होती है कि उनका बच्चा जीवन में कुछ अच्छा करें। पढ़ने लिखने के साथ नीति और भलाई के रास्ते पर भी चले, इसलिए स्कूल भेजने के साथ-साथ वह घर के माहौल और अपने व्यवहार पर बहुत ध्यान देते हैं। दरअसल, बच्चों का मन चिकनी मिट्टी जैसा होता है, वह जैसा देखते और सुनते हैं, वैसा ही सीख जाते हैं। तभी स्कूल में शुरु से ही टाइम-टेबल, डिसिप्लिन, अपनी व आसपास की स्वच्छता, भाषा और कई दूसरी चीज़ों पर ध्यान देते हैं। लेकिन मुंबई का एक स्कूल ऐसा भी है, जो आगे बढ़कर बच्चों को परोपकार और […]
कहते है बच्चें गीली मिट्टी की तरह होते हैं, उन्हें जिस रूप में ढ़ालें, वो उसी रूप ढ़ल जाते हैं। ऐसे में माता पिता को चाहिए कि बचपन से ही उनमें कैसे आत्मविश्वास बढ़े? एक अभिभावक के रूप में उनके लिए ऐसे माहौल तैयार करें, जिससे वो प्रोत्साहित हो सके। उन्हें यकीन दिलाएं कि कैसे आत्मविश्वास से किसी भी तरह की जंग जीती जा सकती है। समय के साथ बनाए रखे धैर्य कुछ बच्चे बहुत जल्द ही हार मान लेते हैं और वो कुछ नया करने से भी घबराते हैं। ऐसे में अभिभावक के तौर पर बच्चों को वैसे लोगों […]
यह कहानी है, पश्चिम बंगाल स्थित पुरुलिया जिले से 50 किलोमीटर दूर पूंचा गांव के एक ऐसे स्कूल की, जहां पढ़ने वाले बच्चे अपने घर वापस नहीं जाना चाहते। स्कूल उन बच्चों के लिए अब किसी घर से कम नहीं है। अब उन्हें नि:शुल्क शिक्षा के साथ-साथ खाना पीने की चीज़े तो मिल ही रही हैं, साथ ही बेहतर ज़िंदगी बसर करने के लिए वो सारी चीज़े दी जा रही है, जो उन्हें कभी नहीं मिल पाई। इलाके के सैकड़ों बच्चों को एक बेहतर जीवन देने के लिए पुलिस कांस्टेबल अरूप मुख़र्जी तन, मन और धन से जुटे हैं। कांस्टेबल […]
किसी भी बच्चे के विकास के लिए जिस तरह अच्छा खान-पान, खेल-कूद और और आठ घंटे की नींद ज़रूरी होती है ृ
जिन बच्चों ने कभी खिलौनों से नहीं खेला उन बच्चों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर ने का काम दिल्ली के एक संगठन ‘दि टॉय बैंक’ ने कर दिखाया।
खुशी को परिभाषित करना भी मुश्किल है। यूनिवर्सिटी ने कई ऐसे फैक्टर बताए है जिसे अपनाकर आप खुश रह सकते हैं –
जब आपका बच्चा गुस्सा होता है, तो आपका क्या रिएक्शन होता है? आप कैसे अपने बच्चे के गुस्से को शांत करते है? अगर हम डेटा की बात करें तो चार से कम उम्र के बच्चों के साथ एक हफ्ते में नौ बार गुस्सा दिलाने वाली बातें हो सकती हैं। इससे पता चलता है कि आजकल बच्चों को कितना गुस्सा आने लगा हैं, इसलिए माता-पिता को ये जानना बहुत जरूरी है कि वह इस गुस्से को कैसे कंट्रोल करें। जब बच्चा गुस्सा होता है, तो सबसे जरूरी हैं कि आप शांत रहने की कोशिश करें। अगर आप भी इस सिचुएशन में […]
आप अपने बच्चों का भविष्य कैसे बेहतर बना सकते हैं, जानने के लिये पढ़े ये लेख-
खेलने-कूदने की उम्र में भारती कुमारी की यह ज़िम्मेदारी वाकई में हर किसी को इंस्पायर करती हैं।
ThinkRight empowers you with calming tools, techniques, and affirmations that compel you to begin your day with a mindful mindset. The right thought flows into the right action and behaviour, changing your perspective towards life.
Have a question?
Contact us at
Connect with us
+91 808080 9339
Write to us at
© 2010-2025 ThinkRight
Congratulations! You are one step closer to a happy workplace. We will be in touch shortly.