इसमें कोई शक नहीं है कि भावनाओं का सेहत पर बहुत असर पड़ता है। अगर भावनाएं अच्छी है, तो अच्छा और बुरी है, तो उसका बुरा प्रभाव पड़ता है। ईमानदार रहना भी एक ऐसा ही भाव है, जो सेहत से जुड़ा हुआ है। दरअसल, जब आप ईमानदारी के साथ कोई अच्छा काम करते हैं, तो मन में एक अलग तरह की खुशी होती है और आप संतोष महसूस करते हैं। यह खुशी आपके चेहरे पर भी झलकती है और आपके पूरे व्यक्तित्व में पॉज़िटिविटी लाती है।
अच्छे गुणों का प्रभाव
यह आपके भाव ही हैं, जो शरीर में स्थित विभिन्न ग्रंथियों से बॉयोकेमिकल और हार्मोन को प्रभावित करते हैं। हार्मोन का शरीर में अहम रोल है। इनके नहीं होने से व्यक्ति को किसी चीज़ की अनुभूति नहीं हो सकती है। जब आप खुश होते हैं, तो शरीर में अच्छे हार्मोन बनते हैं और जब आप दुखी रहेंगे, तो बुरे और हानिकारक हार्मोन उत्पादित होते हैं। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपके शरीर में खुशी वाले हार्मोन अधिक मात्रा में और बुरे हार्मोन कम बने, तो इस काम में ईमानदारी जैसा अच्छा गुण आपकी मदद कर सकता है।
अगर आपने कभी गौर किया होगा तो अक्सर बेईमान व्यक्ति हमेशा दुखी नज़र आता है जबकि ईमानदार लोगों के चेहरे पर हमेशा आत्मविश्वास और संतुष्टि दिखती है।
मानसिक बीमारी
ईमानदार होने से अनावश्यक तनाव दूर रखने में मदद मिलती है। इससे व्यक्ति को कोई आंतरिक संघर्ष नहीं झेलना पड़ता। बेईमान लोग अक्सर पकड़े जाने के डर में ही जीते रहते हैं। यह डर उन्हें “चिंता के घेरे” में रखता है, जो उनके मानसिक स्वास्थ्य को नेगेटिव रूप से प्रभावित करता है। दूसरी ओर ईमानदारी आपको आत्मविश्वास और निडर महसूस कराती है। एक ईमानदार व्यक्ति की छवि बेहतर होती है और यही ईमानदारी के अच्छे गुण उसे अपने जीवन के सभी पहलुओं में पॉज़िटिव महसूस करने में मदद करता है।
ईमानदारी सेहतमंद बनाती है- रिसर्च
सबसे पहले 2012 में प्रकाशित नोट्रे डेम विश्वविद्यालय के एक अध्ययन ने झूठ बोलने वालों पर रिसर्च किया और पाया कि वे लोग मानसिक बीमारियों से प्रभावित रहते हैं। जबकि जो लोग अपनों से ईमानदार और सच बोलते है वे लोग सेहतमंद और खुश रहते हैं।
दूसरा रिसर्च साल 2017 में सैन डिएगो इमोशन लैब विश्वविद्यालय के रिसर्च ने ईमानदारी पर किया। इसमें पाया गया कि जो लोग अपना काम और रिश्तों में ईमानदार रहते हैं, वे लोग ज्यादा खुश और सेहतमंद जीवन जीते है।
खुशी और सरहाना
जब आप दूसरों के साथ ईमानदारी से पेश आते हैं, तो उनका विश्वास पाने में आप सफल होते हैं। यही विश्वास फिर आपके जीवन का सबसे बड़ा ईनाम बन जाता है। लोगों के विश्वास का पात्र बनने के बाद सभी आपकी ज्यादा प्रशंसा और सराहना करने लगते हैं और आप अपने जीवन में उम्मीद से ज्यादा सम्मान तथा स्नेह प्राप्त करने के हकदार बन जाते हैं। यह सब ईमानदारी के गुण से ही मिलता है, तो क्यों न इस गुण को अपने अंदर धारण करके जीवन में पॉज़िटिव बदलाव लाएं। जीवन को खुशहाल और सेहतमंद बनाए।
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