फिट रहने के लिए हर कोई किसी न किसी तरह का व्यायाम करता है। कोई लो इंटेंसिटी होता है तो कोई काफी कठिन होता है, लेकिन किसी भी तरह की कसरत करने से पहले आपके लिए अपने शरीर को वॉर्मअप करना उतना ही ज़रूरी है जितना की फिट रहने के लिए व्यायाम करना या फिर उसके बाद शरीर को कूल डाउन करना। अक्सर लोग वॉर्मअप को बोरिंग समझ कर छोड़ देते हैं और सीधा कसरत करने लगते हैं, लेकिन उनकी यह भूल उनके शरीर पर काफी भारी पड़ सकती है। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, तो हम आपको बताते हैं वॉर्मअप क्या है और उसे करने के क्या हैं फायदे ।
क्या है वॉर्मअप?
किसी भी तरह की कसरत करने से आपके शरीर पर खिंचाव पड़ता है और अगर यह खिंचाव अचानक से आपके शरीर पर पड़े तो शरीर के किसी भी अंग में चोट या मोच आने की संभावना होती है। ऐसी किसी भी चोट से बचने के लिए शरीर को धीरे-धीरे थोड़ा सा गर्म किया जाता है। वॉर्मअप करने की यह प्रक्रिया किसी भी तरह के व्यायाम से पहले की जाने वाली वो तैयारी होती है, जिसकी मदद से आप अपने वर्कआउट सेशन का संपूर्ण लाभ उठा सकते हैं। आपने देखा होगा कि किसी भी गेम के शुरू होने से पहले खिलाड़ी वॉर्मअप करते हैं, जिससे वो बिना अपनी मांसपेशियों को चोट पहुंचाए गेम खेल सकें।
क्या हैं वॉर्मअप करने के फायदे?
मांसपेशियों का तापमान बढ़ जाता है
वॉर्मअप से आपका कार्डियोवस्कुलर सिस्टम तैयार होता है। इससे आपकी मांसपेशिया गर्म हो जाती है और ज़्यादा तेज़ी से सिकुड़ती हैं। इससे आपके शरीर को गति और शक्ति मिलती है। इसकी मदद से आपका ह्दय जब तेज़ी से रक्त पंप करता है, तो आपका कार्डियोवस्कुलर सिस्टम आसानी से हर अंग में रक्त पहुंचा पाता है।
रक्त का तापमान बढ़ता है
मांसपेशियों के साथ-साथ उनमें बहने वाला रक्त भी गर्म हो जाता है, जिससे हीमोग्लोबिन से ऑक्सीजन का बंधन कमज़ोर हो जाता है। ऐसा होने से व्यायाम के दौरान जिन मांसपेशियों से काम लिया जा रहा होता है, उन तक आसानी से ऑक्सीजन पहुंचता है और आपकी सहनशक्ति भी बढ़ती है।

हार्मोन में बदलाव
कसरत के दौरान कई तरह के हार्मोंस का उत्पादन होता है जो आपके शरीर में ऊर्जा के स्तर को नियंत्रित करते हैं। यह हार्मोंस ज़्यादा ऊर्जा के लिए कार्बोहाइड्रेट और फैटी एसिड्स उपलब्ध कराने में मददगार होते हैं। इसलिए वॉर्मअप हार्मोनल संतुलन में सुधार करता है।
वर्कआउट को बनाता है सुरक्षित
वॉर्मअप करने से आपका शरीर कसरत करने की स्थिति में आ जाता है। आसान भाषा में कहें तो यह शरीर को बताने का तरीका है कि इससे ज़्यादा कठोर काम भी आगे करना है, जिसके लिए उसे तैयार होना होगा।
जोड़ों को रखता है सुरक्षित
वार्मअप आपके जोड़ों, खासतौर से कूल्हों, घुटनों, टखनों और कंधों को बेहतर बनाने में मदद करता है। बिना वॉर्मअप किए आपके कठोर ज़ोड़ों में भी चोट लगने की पूरी संभावना होती है। वॉर्मअप आपके शरीर को वर्कआउट सेशन के दौरान स्थिर और संतुलित रखने में मददगार होता है।
क्या हैं वार्मअप करने के तरीके?
- सैर
- जंपिग
- स्ट्रेचिंग
- रस्सी कूदना
- मार्चिंग
- साइकिलिंग
- बॉडी ट्विस्ट
अब आप समझ ही गए होंगे कि व्यायाम से पहले वॉर्मअप करना कितना ज़रूरी होता है। उम्मीद है कि चाहे कितनी भी देर क्यों न हो गई हो, या कितना भी बोरिंग क्यों न लगे, आप वर्कआउट से पहले कभी भी वॉर्मअप करना नहीं छोड़ेंगे।
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