कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच डबल म्यूटेंट वायरस और अब ट्रिपल म्यूटेंट चर्चा में है। ऐसे माहौल में खुद को सुरक्षित रखना हर किसी के लिए चैलेंज बना हुआ है। यह चुनौती उन बुजुर्गों के लिए काफी मुश्किलों भरी है, जो शारीरिक रूप से कमज़ोर हो चुके हैं और अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह दूसरों पर निर्भर हैं। बुजुर्गों की इम्यूनिटी काफी कमज़ोर होती है, इस वजह से वह आसानी से संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। कोरोना महामारी के इस बुरे दौर में घर और आसपास के बुजुर्गों का ख्याल रखना आवश्यक है।
दवाओं का रखें ध्यान
इस दौर में अकसर बुजुर्ग बीपी, हार्ट प्रॉब्लम, शुगर आदि समस्याओं के शिकार हो जाते हैं। इसलिए उन्हें नियमित दवाएं लेनी पड़ती हैं। तो परिवार की ज़िम्मेदारी होनी चाहिए कि उनकी दवाओं की जानकारी रखें और खत्म होने से पहले ही लाकर रख लें। दवा समय से ले रहे हैं कि नहीं, इसका ध्यान रखें।
ऑनलाइन खेल में करें शामिल
घर के बड़े-बुजुर्गों को डिजिटली जोड़ने के लिए उन्हें स्मार्ट फोन, लैपटॉप, टैबलेट आदि का उपयोग सिखाएं। उन्हें वीडियो चैट करना सिखाएं। आजकल ऑनलाइन टिकट बांटकर तंबोला जैसे खेल खेले जा रहे हैं, लूडो, अंताक्षरी चल रही है तो उन्हें भी इसमें शामिल किया जा सकता है। उन्हें बस थोड़ा सा समझने की ज़रूरत है।
अमेरिकन मनोरोग जर्नल में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, यदि आप बहुत जल्दी चिंतित हो जाते हैं और चिंता से पीछा छुड़ाना चाहते हैं, तो हर दिन अपने पसंदीदा खेल को जरूर खेलिए। थोड़ी सी कोशिश कर उनका वाट्सएप ग्रुप बनाया जा सकता है और उन्हें उनके भाई-बहनों से जोड़ा जा सकता है। बच्चे दादा-दादी या नाना-नानी को टेक्नोलॉजी के बारे में समझाएं और बदले में उन्हें दादा-दादी की कहानियों को सुनने का मौका मिलेगा।
साफ-सफाई का रखें ख्याल
बुजुर्गों की साफ-सफाई का ध्यान देना बहुत जरुरी है। उन्हें हाथों को 20 सैकेंड तक साबुन से साफ करने के लिए प्रोत्साहित करें। ये आदत उन्हें संक्रमण से बचने में मदद करेगी। घर पर उनके आसपास सफाई रखें और कुछ कुछ देर पर पास के सतहों को डिसइन्फेक्शन करते रहें। उनके रूम में वेंटिलेशन का विशेष ध्यान रखें और जहां तक हो सके उनके पास जाने से पहले बाहरी जूते, कपड़े आदि बदलकर, साबुन से हाथों को साफ कर या नहाकर ही जाएं।
हल्की-फुल्की कसरत के लिए कहें
उनकी सेहत का ध्यान रखने के लिए उनको सामान्य कसरत के लिए प्रोत्साहित करें। इससे उनके स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ेगा। उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखकर ही उन्हें कसरत करवाएं। कसरत में ध्यान दें कि उसका क्या प्रभाव पड़ रहा है, अगर मुश्किल हो रही है, तो विशेषज्ञ से परामर्श लें।
केयरिंग बनें
यूनिसेफ के मुताबिक, अगर आपके पड़ोस में कोई बुजुर्ग कपल अकेले रहता हो तो उनसे कभी कभी बातचीत करते रहें। कभी कभी उनके दरवाज़े पर कुछ अच्छे नोट छोड़ें। आपकी ये आदत उन्हें फील गुड कराएगी और वे सुरक्षित महसूस करेंगे। जब भी बाजार जाएं तो फोन पर उनकी जरूरतों को पूछें और बाजार आते वक्त उनकी जरूरत की चीजों को खरीदकर पहुंचा दें। ग्रॉसरी शॉपिंग लाइन करने में भी उनकी मदद आप कर सकते हैं। कभी कभी घर का बना खाना उनके साथ टिफिन बॉक्स में शेयर करें।
केंद्र सरकार और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की तरफ से बुजुर्गों के लिए एडवाइजरी
क्या करें?
- हमेशा घर के भीतर रहने की कोशिश करें, किसी बाहर के लोगों से न मिलें।
- अगर मिलना बहुत जरूरी हो तो एक मीटर का फासला बनाकर मिलें।
- घर के भीतर योग और व्यायाम करते रहें।
- खाना खाने से पहले और वॉशरूम का इस्तेमाल करने के बाद हाथ जरूर धोएं। कम से कम 20 सेकेंड तक हाथों को साबुन से मलें।
- घर का बना पौष्टिक भोजन लें और इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखने के लिए ताजा जूस लें।
- नाक-मुंह को ढक कर रखें।
क्या न करें?
- ऐसे लोगों के संपर्क में न आएं जिसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण दिख रहे हों।
- भीड़-भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाना चाहिए।
- छींक या खांस रहे लोगों से दूरी बनाकर रहें।
- आंख, नाक व चेहरे को नहीं छूना चाहिए।
- रेगुलर चेकअप के लिए अस्पताल जाने से बचें। अपने डॉक्टर से टेलीफोन के ज़रिए सम्पर्क में रहें।
इस तरह आप बुजुर्गों का खास ख्याल रख सकते हैं।
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